बीकानेर रीजन में 20 हजार से अधिक वाहनों पर बकाया है 66 करोड़ रूपए, डिफॉल्टरों के खिलाफ परिवहन विभाग उठाएगा बड़ा कदम
aapkarajasthan February 25, 2025 09:42 PM

बीकानेर न्यूज़ डेस्क - भारी मालवाहक व यात्री वाहनों पर करोड़ों का टैक्स बकाया है। परिवहन विभाग ने टैक्स वसूली के प्रयास शुरू कर दिए हैं। टैक्स वसूली के लिए चेक पोस्ट स्थापित कर परिवहन निरीक्षकों के साथ फ्लाइंग टीमें तैनात की गई हैं। बीकानेर रीजन में 20 हजार से अधिक वाहनों का वित्तीय वर्ष 2025-26 का 66 करोड़ से अधिक का एडवांस टैक्स बकाया है, जिसकी वसूली की जानी है। बीकानेर रीजन में 1466 वाहन मालिक डिफॉल्टर हैं, जिन पर तीन साल का एक करोड़ आठ लाख रुपए बकाया है। इन वाहन मालिकों की संपत्ति जब्त की जाएगी। परिवहन विभाग की ओर से संबंधित बैंकों को बैंक खाते फ्रीज करने के लिए पत्र लिखा गया है। प्रादेशिक परिवहन अधिकारी अनिल पंड्या ने बताया कि 1466 टैक्स डिफॉल्टरों को अंतिम नोटिस जारी किया गया है।

इन वाहनों पर करीब दो-तीन साल का करोड़ों रुपए बकाया है। अब इन वाहन मालिकों की संपत्ति जब्त करने के लिए आरएल एक्ट के तहत कार्रवाई करने के साथ ही बैंक खाते सीज किए जा रहे हैं। संपत्ति के लिए राजस्व व अन्य विभागों से संपर्क किया जा रहा है। बैंकों को बैंक खाते फ्रीज करने के लिए लिखा गया है। वहीं 20,502 वाहनों का अग्रिम कर बकाया है। इन वाहनों की बकाया राशि 66 करोड़ से अधिक है। प्रादेशिक परिवहन कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार बीकानेर जिले में भारी वाहनों की संख्या 9500 है, जिनके मालिकों पर 30 करोड़ रुपए का अग्रिम कर बकाया है। इनमें 2520 बसें भी शामिल हैं। इनमें से 171 वाहन मालिक डिफॉल्टर हैं।

12 उड़नदस्ते, छह चेक पोस्ट स्थापित
प्रादेशिक परिवहन अधिकारी पांडे ने बताया कि बीकानेर क्षेत्र के परिवहन जिलों बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, नोहर, नोखा और सादुलशहर में भारी वाहनों और यात्री वाहनों से बकाया कर वसूली के लिए विशेष अभियान शुरू किया गया है। बीकानेर क्षेत्र के सभी परिवहन जिलों में मुख्य मार्गों पर छह चेक पोस्ट स्थापित कर परिवहन निरीक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। 12 उड़नदस्ते गठित किए गए हैं। प्रत्येक उड़नदस्ते में चार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।

गांवों में दौड़ रहे वाहन
परिवहन विभाग के सूत्रों के अनुसार कई बसों और भारी मालवाहक वाहनों पर विभाग का करोड़ों रुपए का राजस्व बकाया है। ये बसें और मालवाहक वाहन ग्रामीण रूटों पर दौड़ रहे हैं। कई बसें बिना परमिट के चल रही हैं। ये बसें उन रूटों पर नहीं बल्कि हाईवे पर चल रही हैं, जिनका इनके पास परमिट है। एक परमिट पर दो-तीन बसें चल रही हैं। भारी मालवाहक वाहन बजरी, ईंट, जिप्सम, कंक्रीट और अन्य सामान ढोने में लगे हैं।

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