कोटा ग्रामीण क्षेत्र की लाडपुरा पंचायत समिति के बनियानी गांव के सरपंच मोइजुद्दीन गुड्डू को प्रशासक पद से मुक्त कर दिया गया है। ये आदेश राजस्थान सरकार के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के अतिरिक्त आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने दिए हैं। आदेश में कहा गया है कि बनियान ग्राम पंचायत में जांच की गई थी। जिसमें कई खामियां और कमियां सामने आईं। जिसके बाद सरपंच मोइजुद्दीन गुड्डू को प्रशासक के पद से मुक्त कर दिया गया है। ऐसी स्थिति में अब जिला कलेक्टर उप सरपंच या किसी अन्य वार्ड कमिश्नर को प्रशासक नियुक्त करेंगे।
कोटा जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजपाल सिंह ने बताया कि लगातार शिकायतें मिलने के बाद जयपुर से एक टीम जांच के लिए बनियानी गांव पहुंची। जहां टीम ने पंचायत के रिकार्ड की जांच की। ऐसे में जांच टीम को पंचायत में हो रहे कार्यों को लेकर कई अनियमितताएं नजर आईं। एक रिपोर्ट तैयार कर जयपुर भेजी गई। जिसके बाद जयपुर से एक आदेश जारी कर बनिया के सरपंच मोइजुद्दीन गुड्डू को प्रशासक पद से हटा दिया गया।
शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने किया दौरा
मोइजुद्दीन गुड्डू को प्रशासक पद से हटाने की जानकारी उस समय सामने आई जब राज्य के शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने लाडपुरा पंचायत समिति की पंचायत तीरथ, गोदलियाहेड़ी और बनियानी ग्राम पंचायतों का दौरा किया। इस दौरान मंत्री ने पंचायत कार्यालयों की व्यवस्थाओं की भी समीक्षा की, जहां कई अनियमितताएं पाई गईं।
बनियानी पंचायत कार्यालय भी बंद पाया गया और रिकॉर्ड गायब थे। ग्रामीणों से जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि सरपंच मोइजुद्दीन गुड्डू गांव में साफ-सफाई और विकास कार्यों में लापरवाही बरत रहे हैं। अस्पताल को रंग-रोगन व अन्य कार्यों के लिए लाखों रुपए का बजट मिला था, लेकिन वह कार्य आज भी अधूरा है। ग्राम सभा की बैठक के रजिस्टर में कई हस्ताक्षर भी फर्जी पाए गए, जिसके बाद मंत्री दिलावर ने पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा।