महिलाओं में योनि से सफेद पानी निकलना एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है, जो योनि को स्वस्थ और साफ रखने में मदद करता है। यह प्राकृतिक तरल मृत कोशिकाओं और बैक्टीरिया को बाहर निकालकर संक्रमण से बचाता है। हालांकि, जब इसकी मात्रा असामान्य रूप से बढ़ जाए या बदबू, जलन या असामान्य रंग के साथ आए, तो यह किसी समस्या का संकेत हो सकता है।
सफेद पानी निकलने के कारणसफेद पानी के निकलने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इनमें से कुछ सामान्य और स्वास्थ्य से जुड़े हैं:
हार्मोनल असंतुलनमासिक धर्म चक्र के दौरान हार्मोन के स्तर में बदलाव होना सामान्य है। ओव्यूलेशन के समय या गर्भावस्था के दौरान भी यह प्रक्रिया बढ़ सकती है। हालांकि, अगर यह असामान्य रूप से ज्यादा हो, तो यह हार्मोनल असंतुलन का संकेत हो सकता है।
संक्रमण का खतराबैक्टीरियल वेजिनोसिस, यीस्ट इन्फेक्शन (कैंडिडा), या यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (यूटीआई) जैसे संक्रमण भी सफेद पानी का कारण बन सकते हैं। असुरक्षित सेक्स या स्वच्छता की कमी इन संक्रमणों को बढ़ावा देती है।
पोषण और जीवनशैलीकुछ आहार जैसे अधिक मक्खन, दही, पनीर या तला हुआ भोजन पाचन को प्रभावित कर सकते हैं। इसके अलावा, तनाव और थकावट भी योनि के स्वास्थ्य पर असर डाल सकते हैं।
व्यक्तिगत स्वच्छतामासिक धर्म के दौरान साफ-सफाई न करना, अंडरवियर नियमित न धोना, या अत्यधिक पसीना योनि में संक्रमण का कारण बन सकता है।
सफेद पानी के लक्षण: कब हो जाए चिंतासामान्य सफेद पानी गाढ़ा, पारदर्शी या हल्के सफेद रंग का होता है। लेकिन निम्नलिखित लक्षणों के साथ आने पर डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है:
बदबूदार या पीला/हरा रंग
योनि में जलन या खुजली
पेशाब के दौरान जलन
मासिक धर्म के बीच भारी मात्रा में डिस्चार्ज
कुछ घरेलू नुस्खे स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं:
दही का सेवन: दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं जो योनि के pH बैलेंस को मेंटेन करते हैं।
तुलसी और नीम: इन्हें उबालकर पानी पीने से संक्रमण से बचाव होता है।
साफ-सफाई: मासिक धर्म के दौरान गर्म पानी से योनि को साफ रखें।
कपड़े का चुनाव: कॉटन अंडरवियर पहनें और नियमित रूप से बदलें।
अगर सफेद पानी के साथ दर्द, बुखार या असामान्य लक्षण हों, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। यीस्ट इन्फेक्शन या बैक्टीरियल वेजिनोसिस जैसे संक्रमणों के लिए एंटिफंगल या एंटीबायोटिक की आवश्यकता हो सकती है।