करौली न्यूज़ डेस्क - करौली राजस्थान के सबसे प्रसिद्ध ऐतिहासिक पर्यटन शहरों में से एक है। यह शहर धार्मिक क्षेत्रों के लिए सबसे प्रसिद्ध माना जाता है। हर दिन हजारों लोग अलग-अलग जगहों पर घूमने के लिए यहां आते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां 300 से भी ज्यादा ऐतिहासिक मंदिर स्थित हैं, जिनसे जुड़ी कई लोककथाएं लोगों के बीच मशहूर हैं और इन्हीं वजहों से लोग देश-विदेश से यहां घूमने आते रहते हैं। इस शहर में आपको राजस्थान की समृद्ध, जीवंत और रंग-बिरंगी विरासत की झलक भी देखने को मिलती है। तो आइए जानते हैं इस शहर से जुड़े प्रमुख धार्मिक स्थलों के बारे में।
करौली जिले का इतिहास
करौली के राजा अर्जुन पाल ने 1346 ई. में इस जिले का निर्माण करवाया था। यह किसी राज्य की राजधानी हुआ करता था। ऐसा माना जाता है कि यह शहर कभी भगवान श्री कृष्ण के उत्तराधिकारी का था। इसके बाद 1947 तक इस शहर पर अंग्रेजों का राज रहा। यह शहर अपनी अद्भुत प्राकृतिक खूबसूरती से लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। जानिए इस शहर के प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में जहां हर दिन हजारों पर्यटक आते हैं।
कैला देवी मंदिर
यह मंदिर करौली से 23 किलोमीटर दूर स्थित है जो माँ दुर्गा के लिए जाना जाता है। यह मंदिर देवी दुर्गा के 9 शक्तिपीठों में से एक है। यह मंदिर कालीसिल नदी के तट पर स्थित है, इसलिए यह पर्यटकों के लिए सबसे प्रसिद्ध स्थान है। इस मंदिर की संरचना और सुंदरता लोगों के दिलों को छू जाती है। यहाँ हर दिन हज़ारों लोग पूजा करने आते हैं। इस मंदिर के आस-पास की सजावट अद्भुत है।
नक्काश की देवी गोमती धाम
नक्काश की देवी गोमती धाम मंदिर राजस्थान के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है जो करौली में स्थित है। इस पवित्र धार्मिक स्थल में माँ दुर्गा की मूर्तियाँ स्थापित हैं और यहाँ माँ की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि जो भक्त इस मंदिर में सच्चे मन से अपनी मनोकामना माँगता है, उसकी मनोकामना पूरी होती है। इस मंदिर में एक स्वच्छ जलसेन तालाब है जो इस मंदिर की पवित्रता को और भी बढ़ा देता है। अगर आप राजस्थान जा रहे हैं, तो एक बार इस मंदिर के दर्शन ज़रूर करें।
श्री महावीरजी जैन मंदिर
श्री महावीरजी मंदिर भारत के प्रसिद्ध जैन मंदिरों में से एक है। यह मंदिर भगवान महावीर को समर्पित है जो अपनी शानदार वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। कहा जाता है कि इस मंदिर के अंदर रखी भगवान की मूर्ति बहुत पुरानी है। इस मंदिर के अंदर सोने से बनी कई पौराणिक कलाकृतियाँ हैं जो भक्तों और यात्रियों को आकर्षित करती हैं।
मदन मोहनजी मंदिर
यह मंदिर करौली के प्रमुख मंदिरों में से एक है जो भगवान कृष्ण को समर्पित है। यह मंदिर भद्रावती नदी के तट पर स्थित है। इस मंदिर में भगवान कृष्ण की मूर्ति बहुत पुरानी है, जिसके बारे में कहा जाता है कि श्री गोपाल एस नाघजी इसे अजमेर से लाए थे। यह मंदिर दिखने में बहुत ही रंगीन है और यहाँ की कलाकृतियाँ मनमोहक मानी जाती हैं। यही कारण है कि यहाँ हर रोज़ हज़ारों-लाखों भक्त दर्शन करने आते हैं।