What Causes Dementia Risk: डिमेंशिया या एल्जाइमर्स दोनों ही भूलने की बीमारी है, जो कि बढ़ती उम्र के साथ लोगों के अंदर पाया जाता है. हाल ही में अमेरिका की दो यूनीवर्सिटीज ने मिलकर एक डाउन सिंड्रोम वाली महिला के दिमाग पर शोध किया, जिसमें पता लगाया गया कि लाइफस्टाइल या जेनेटिक्स में कौन ज्यादा जिम्मेदार होता है, जिसके कारण डिमेंशिया या एल्जाइमर जैसी बीमारियों का खतरा हो सकता है. आइए जानते हैं कि क्या कहती है रिसर्च?
अमेरिका की पिट्सबर्ग यूनिवर्सिटी और कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं में एक महिला के दिमाग पर शोध किया था. यह महिला पिछले 10 सालों से डाउन सिंड्रोम की बीमारी से ग्रसित थी. इसके मरने के बाद महिला के दिमाग को डोनेट कर दिया गया था, जिससे डॉक्टर्स इस विषय पर शोध कर सकें. इस शोध में पाया गया कि जेनेटिक्स और लाइफस्टाइल दोनों ही डिमेंशिया की परेशानी को बढ़ावा देते हैं.
इस रिसर्च में शोधकर्ताओं में पाया कि व्यक्ति के जेनेटिक्स और लाइफस्टाइल दोनों ही डिमेंशिया जैसी मेंटल प्रॉब्लम के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं. शोधकर्ताओं के अनुसार हमारी लाइफस्टाइल ब्रेन को शेप करती है. वहीं जेनेटिक्स व्यक्ति के पूर्वजों के अनुसार ब्रेन का डेवलपमेंट करता है. इस खोज के जरिए लोगों के अंदर डिमेंशिया की समस्या को कम किया जा सकता है. हालांकि, लाइफस्टाइल में कुछ चेंज लाकर हम डिमेंशिया या एल्जाइमर्स जैसी समस्या को दूर कर सकते हैं.
पूरे शरीर में बढ़िया ब्लड फ्लो के लिए फिजिकल एक्टिविटी बेहद जरूरी है. इससे आपके दिमाग तक ब्लड का फ्लो बढ़िया होगा. आप रोजाना वॉक, स्विमिंग, योगा जैसी फिजिकल एक्टिविटी कर सकते हैं.
ब्रेन को हेल्दी रखने के लिए आप अच्छी डाइट लेना शुरू करें. अखरोट, मछली, ऑलिव ऑयल, अलसी के बीज जैसी चीजें आपके ब्रेन हेल्थ के लिए काफी अच्छी हो सकती हैं.
अगर आप दिमाग नहीं चलाएंगे तो आपका दिमाग शांत पड़ने लगेगा. इसीलिए ब्रेन एक्सरसाइज के लिए पजल, रीडिंग, नई कलाएं जरूर सीखते रहें. इससे आपका दिमाग हमेशा एक्टिव रहेगा.
दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए अच्छी और गहरी नींद लेना बेहद जरूरी है. हर किसी को 7-8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए. इससे दिमाग दुरुस्त रहता है.
जीवन में अच्छे संबंध आपकी मेंटल हेल्थ पर काफी प्रभाव डालते हैं. इसीलिए अपने परिवार और दोस्तों के साथ क्वालिटी टाइम जरूर स्पेंड करें. इससे आपके मेंटल हेल्थ बढ़िया रहेगी.
नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. इसे केवल सुझाव के तौर पर लें. इस तरह की किसी भी जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. (Photo Credit- Printerest)