केजरीवाल विपश्यना सत्र में शामिल होते रहे हैं और इसके पूर्व में वह जयपुर, नागपुर, हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के पास धर्मकोट और बेंगलुरु सहित कई स्थानों पर जा चुके हैं। यह दूसरी बार है जब केजरीवाल विपश्यना सत्र के लिए आनंदगढ़ आए हैं। इससे पहले उन्होंने दिसंबर 2023 में 10 दिवसीय सत्र में भाग लिया था।ALSO READ:
विपश्यना, ध्यान के लिए एक प्राचीन भारतीय विधि है, जो आत्म-अवलोकन के माध्यम से आत्म-परिवर्तन पर केंद्रित है। पांच फरवरी के दिल्ली विधानसभा चुनाव में नई दिल्ली सीट से चुनाव हारने के बाद केजरीवाल सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आए हैं और उन्होंने खुद को पार्टी से संबंधित गतिविधियों तक ही सीमित कर रखा है।ALSO READ:
आम आदमी पार्टी ने भारी जनादेश के साथ 2015 से 2024 तक दिल्ली पर राज किया था लेकिन इस हालिया विधानसभा चुनाव में वह 70 सदस्यीय सदन में 22 सीट पर सिमट गई। भारतीय जनता पार्टी ने 48 सीट जीतकर दिल्ली में केजरीवाल की पार्टी का वर्चस्व खत्म कर दिया। मनीष सिसोदिया, सौरभ भारद्वाज, सत्येंद्र जैन और सोमनाथ भारती समेत आप के कई बड़े नेता चुनाव हार गए।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta