भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में शानदार 84 रनों की पारी खेली और #39;प्लेयर ऑफ द मैच#39; का खिताब अपने नाम किया। इस जीत के बाद उन्होंने अपनी पारी को लेकर कहा कि यह पाकिस्तान के खिलाफ खेली गई पारी की तरह थी, जहां उन्हें हालात को समझकर स्ट्राइक रोटेट करनी पड़ी।
कोहली ने मैच के बाद कहा, यह पारी काफी हद तक पाकिस्तान के खिलाफ वाली पारी जैसी थी। इस पिच पर साझेदारियां अहम होती हैं, इसलिए स्ट्राइक रोटेट करना जरूरी था। मेरी बैटिंग पूरी तरह से परिस्थितियों पर निर्भर करती है। मुझे अपनी टाइमिंग और संयम पसंद आया। मैं कभी हड़बड़ी में नहीं था, और सबसे ज्यादा खुशी मुझे अपनी सिंगल्स लेने की क्षमता से हुई।
कोहली ने आगे कहा कि यह खेल दबाव का होता है और अगर आप मैच को गहराई तक ले जाते हैं तो विपक्षी टीम पर प्रेशर बढ़ता जाता है। उन्होंने कहा, इस खेल में दबाव बहुत मायने रखता है। अगर आप मैच को आखिरी तक ले जाते हैं, तो विपक्षी टीम अक्सर घबरा जाती है। जरूरी यह है कि आप अपनी भावनाओं को नियंत्रित करें। भले ही रन रेट छह रन प्रति ओवर हो, मैं उसे लेकर ज्यादा परेशान नहीं होता।
जब कोहली से पूछा गया कि क्या यह उनकी सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक थी, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, यह आप लोगों का काम है कि आप इसका विश्लेषण करें। मैंने कभी इन चीजों पर ध्यान नहीं दिया। जब आप इन पर्सनल माइलस्टोनके बारे में नहीं सोचते, तो वे खुद-ब-खुद हासिल हो जाते हैं। अगर मैं शतक बना लेता तो अच्छा होता, लेकिन मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण बात टीम की जीत है। अब ये व्यक्तिगत उपलब्धियां मेरे लिए मायने नहीं रखतीं।
कोहली की इस पारी ने भारत को लगातार तीसरी बार आईसीसी लिमिटेड ओवर्स टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचा दिया है। अब फैंस को उम्मीद होगी कि विराट की यह शानदार फॉर्म फाइनल में भी जारी रहे और भारत एक और आईसीसी ट्रॉफी अपने नाम करे।