कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री की स्टार रान्या राव को मंगलवार, 4 मार्च को सोने की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के बाद रान्या राव ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया। पूछताछ के दौरान रान्या राव ने पुलिस को बताया कि उन्हें सोने की तस्करी के लिए ब्लैकमेल किया गया था।
पुलिस ने कांस्टेबल बसवराजू को भी हिरासत में लिया और एयरपोर्ट पर रान्या राव की मदद करने के मामले में उनका बयान दर्ज किया। पुलिस ने रान्या राव की गिरफ्तारी के बाद उनके घर पर छापेमारी की थी, जिसमें 2.67 करोड़ रुपये की नकदी और 2.06 करोड़ रुपये का सोना जब्त किया। इसके अलावा, पुलिस ने रान्या राव के घर से तीन बड़े बॉक्स भी जब्त किए, जिससे कुल जब्ती की वैल्यू 17.29 करोड़ रुपये हो गई थी।
रान्या राव कैसे गिरफ्त में आईं:
रान्या राव जैसे ही बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (KIA) पर उतरीं, तो उन्होंने पुलिस कॉन्स्टेबल बसवराजू की मदद से सिक्योरिटी चेक को बाईपास करने की कोशिश की। हालांकि, डीआरआई (Directorate of Revenue Intelligence) रान्या राव की गतिविधियों पर नजर रख रहा था। वह पिछले 15 दिनों में चार बार दुबई गई थीं, जिसके चलते वह डीआरआई के रडार पर आ गईं।
रंगे हाथ पकड़ी गईं, 14.2 किलो सोना बरामद
रान्या राव जैसे ही सिक्योरिटी चेक को बाईपास करने की कोशिश कर रही थीं, डीआरआई ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया। अधिकारियों ने उनकी जैकेट से 14.2 किलो सोना बरामद किया, जिसकी कीमत ₹12.56 करोड़ थी। सोने के बार उनकी जैकेट में छिपाए गए थे। सोना जब्त करने के बाद रान्या को गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें नागवारा स्थित डीआरआई कार्यालय में पूछताछ के लिए ले जाया गया।
रान्या राव के पिता हैं डीजीपी
रान्या राव ने कन्नड़ और तमिल फिल्मों में काम किया है और वह कर्नाटका स्टेट पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के डीजीपी रामचंद्र राव की सौतेली बेटी हैं। रान्या राव को अब 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। डीआरआई अधिकारी अब यह जांच रहे हैं कि क्या रान्या राव अकेले सोने की तस्करी कर रही थीं या वह किसी बड़े गोल्ड स्मगलिंग नेटवर्क का हिस्सा थीं।