स्टार्टअप फाउंडर की सैलरी में 25% तक गिरावट आई, 'फंडिंग विंटर' का असर, जानिए क्या है यह?
et March 10, 2025 11:42 AM
नई दिल्ली. क्या स्टार्टअप का बबल फूटने वाला है? भारतीय स्टार्टअप्स के संस्थापकों की सैलरी में भारी गिरावट देखी गई है. FY24 में, 30 टेक स्टार्टअप्स के 54 संस्थापकों की औसत सैलरी 25.4% घटकर 5.44 करोड़ रुपये रह गई, जो पिछले साल 7.3 करोड़ रुपये थी. फंडिंग की कमी और वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण यह गिरावट आई है. सरकार ने 'फंडिंग विंटर' से निपटने के लिए एंजेल टैक्स को खत्म कर दिया है. स्टार्टअप्स ने लागत में कटौती के उपाय भी किए हैं. कुछ स्टार्टअप मुनाफा कमा रहे हैं, जबकि कुछ को भारी नुकसान हुआ है. फर्स्टक्राई के संस्थापक सुपम माहेश्वरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाले संस्थापक रहे, लेकिन उनकी सैलरी भी पिछले साल के मुकाबले आधी हो गई. औसत सैलरी घटकर 25.4% पहुंचीवित्तीय वर्ष 2023-24 (FY24) में भारतीय स्टार्टअप्स के संस्थापकों की सैलरी में काफी कमी आई है. 30 भारतीय टेक स्टार्टअप्स के 54 संस्थापकों की औसत सैलरी 25.4% घटकर 5.44 करोड़ रुपये हो गई. पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 (FY23) में यह 7.3 करोड़ रुपये थी. इन संस्थापकों ने FY24 में कुल मिलाकर 291.5 करोड़ रुपये कमाए. यह गिरावट 'फंडिंग विंटर' के दौर में आई है, जिससे स्टार्टअप्स को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.यह 'फंडिंग विंटर' 2022 में शुरू हुआ था. इसका मतलब है कि स्टार्टअप्स को निवेश मिलना मुश्किल हो गया है. इस समस्या से निपटने के लिए सरकार ने जुलाई 2024 में पेश किए गए केंद्रीय बजट में एंजेल टैक्स को खत्म करने की घोषणा की. एंजेल टैक्स स्टार्टअप्स पर लगने वाला एक तरह का टैक्स होता है.निवेश में कमी के पीछे कई वैश्विक कारण हैं. रूस-यूक्रेन युद्ध और अन्य वैश्विक अनिश्चितताओं ने इस स्थिति को और बदतर बना दिया है. रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय स्टार्टअप्स के लिए कुल फंडिंग 2021 में 42 बिलियन डॉलर से घटकर 2022 में 25 बिलियन डॉलर और 2023 में केवल 10 बिलियन डॉलर रह गई. 2024 में भी फंडिंग में कोई खास सुधार नहीं हुआ है. कई स्टार्टअप ने लागत में कटौती कीइस आर्थिक संकट से निपटने के लिए, कई स्टार्टअप्स ने लागत में कटौती के उपाय किए हैं. जैसे मार्केटिंग खर्च कम करना, कर्मचारियों की छंटनी करना और अपने व्यवसायों का पुनर्गठन करना. कुछ स्टार्टअप्स को तो अपना कामकाज बंद करना पड़ा है. रिपोर्ट बताती है कि कुछ स्टार्टअप मुनाफे में रहे, जबकि कुछ को भारी नुकसान हुआ है.अध्ययन में शामिल 30 स्टार्टअप्स ने FY24 में कुल 73,715 करोड़ रुपये का राजस्व कमाया. इनमें से 11 स्टार्टअप्स को कुल 4,876 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, जबकि बाकी ने कुल 7,960 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया.रिपोर्ट में FY24 के सबसे ज्यादा कमाई करने वाले स्टार्टअप संस्थापकों की भी सूची दी गई है. फर्स्टक्राई के संस्थापक सुपम माहेश्वरी 103.8 करोड़ रुपये की सालाना सैलरी के साथ शीर्ष स्थान पर रहे. हालांकि, फर्स्टक्राई के रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के अनुसार, यह FY23 में उनकी 200.7 करोड़ रुपये की कमाई से लगभग 50% कम है.ज़ेरोधा के संस्थापक, निखिल और नितिन कामथ, सैलरी के मामले में दूसरे स्थान पर रहे. नितिन ने FY24 में 33.5 करोड़ रुपये कमाए, जो पिछले साल के 48 करोड़ रुपये से 30% कम है. वहीं निखिल की सैलरी FY23 से 29% घटकर 33.9 करोड़ रुपये रही. हालांकि, अन्य आय स्रोतों को मिलाकर, उनका कुल पारिश्रमिक 96 करोड़ रुपये रहा.
© Copyright @2025 LIDEA. All Rights Reserved.