शेयर बाजार पिछले पांच महीनों से बढ़ते दबाव से उबरने की कोशिश कर रहा है। शुक्रवार को बाजार का रुख मिश्रित रहा। बीएसई सेंसेक्स मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। इसी समय, एनएसई निफ्टी में मामूली बढ़त दर्ज की गई। आज बाजार के लिए एक नया सप्ताह शुरू हो रहा है। आज कुछ ऐसी कंपनियों के शेयरों में उछाल देखने को मिल सकता है जिनकी कारोबारी गतिविधियों ने बड़ी खबरें बनाई हैं।
रेलटेल कॉर्पोरेशन
रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड की ऑर्डर बुक की मजबूती के बारे में जानकारी सामने आई है। कंपनी ने कहा है कि उसे उत्तर और पूर्व मध्य रेलवे से 75.8 करोड़ रुपये के दो कार्य ऑर्डर मिले हैं। पिछले सत्र में कंपनी के शेयर 10,000 रुपये पर बंद हुए थे। यह 298.30 की बढ़त के साथ बंद हुआ। इस वर्ष अब तक इसमें 26.35% की गिरावट आई है।
हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड
आज हिंदुस्तान जिंक के लिए बड़ा दिन है। धन जुटाने के प्रस्ताव पर 10 मार्च को निदेशक समिति की बैठक में विचार किया जाएगा। शुक्रवार को कंपनी का शेयर मूल्य 10 रुपए था। यह 429.15 की बढ़त के साथ बंद हुआ तथा इस वर्ष अब तक इसमें 3.36% की गिरावट आई है। इस नजरिए से देखा जाए तो कई अन्य बड़े शेयरों की तुलना में इस पर बाजार की स्थितियों का ज्यादा असर नहीं पड़ा है।
टाटा पावर कंपनी
टाटा समूह की कंपनी ने कहा है कि उसकी सहायक कंपनी टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (टीपीआरईएल) ने अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं पर सहयोग के लिए आंध्र प्रदेश सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। शुक्रवार को कंपनी के शेयर 351 रुपए की हानि के साथ बंद हुए। इस वर्ष अब तक इसमें 10.54% की कमी आई है।
एजीआई इन्फ्रा
कंपनी का बोर्ड आज लाभांश की घोषणा कर सकता है, इसलिए इस निर्माण कंपनी के शेयर आज फोकस में हो सकते हैं। एजीआई ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा है कि उसका बोर्ड 10 मार्च को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अंतरिम लाभांश पर विचार करेगा। पिछले सत्र में कंपनी के शेयर लाल निशान पर बंद हुए थे। 823.80 रुपये के मूल्य पर उपलब्ध यह शेयर इस साल अब तक 7.47% गिर चुका है।
एचएफसीएल लिमिटेड
शुक्रवार को कंपनी के शेयर 1% से अधिक बढ़कर 1,000 रुपए पर पहुंच गए। यह 83.90 पर बंद हुआ और आज भी इसमें गतिविधि देखी जा सकती है। दरअसल, एचएफसीएल की सहायक कंपनी एचटीएल लिमिटेड को 44.36 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है। एचएफसीएल के शेयर अच्छे रिटर्न देने वाले शेयरों में से हैं। हालाँकि, इस वर्ष अब तक इसमें 26.42% की कमी आई है।