अलवर न्यूज़ दशक - अलवर सरिस्का रोड पर कुशलगढ़ के पास रविवार शाम को एक पहाड़ी पर दो बाघ देखे गए। इस सड़क से गुजरने वाले वाहन रुक गए। काफी भीड़ जमा हो गई। लोगों ने पहाड़ी पर बैठे बाघ के फोटो और वीडियो बनाए। अलवर शहर निवासी विमल तिवारी ने बताया कि रविवार शाम को जयपुर जाते समय कुशलगढ़ से थोड़ा पहले पुलिया के पास कई वाहन खड़े मिले।
पता चला कि पहाड़ी पर बाघ घूम रहे हैं। तभी हमें पास में दो बाघ भी दिखाई दिए। करीब 30 से 40 मिनट तक बाघ पहाड़ी पर दिखे। कभी वे बैठे नजर आए। कभी घूमते नजर आए। अंधेरा होने लगा तो वाहन गुजरने लगे। यह नजारा सड़क से करीब 300 मीटर दूर था। लेकिन कैमरे में यह बखूबी दिखाई दे रहा था। दरअसल सरिस्का के बीच से सड़क गुजरने के कारण अक्सर बाघ आसपास ही नजर आते हैं। कई बार तो उन्हें सड़क पार करते भी देखा गया है।
वैसे भी अकबरपुर रेंज और तालवृक्ष रेंज में बाघों की संख्या सबसे ज्यादा है। यह इनके बीच का हिस्सा है। तालवृक्ष रेंज पूरी तरह से शांत जंगल है। यहां किसी तरह की सफारी नहीं है। हाल ही में दो बाघिनों ने चार-चार शावकों को जन्म दिया है। इस वजह से इस रेंज में करीब 11 बाघ हैं। जबकि अकबरपुर रेंज में करीब 8 बाघ हैं।