क्या आपकी गाड़ी घर पर खड़ी थी, फिर भी FASTag वॉलेट से पैसे कट गए? NHAI ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए नए नियम लागू किए हैं। अब आपको तुरंत चार्जबैक मिलेगा और टोल ऑपरेटर पर 1 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जाएगा। जानिए शिकायत दर्ज करने का सरल तरीका!
अधिकारियों के अनुसार, कई बार FASTag स्कैनिंग में त्रुटि के कारण वाहन का नंबर गलत दर्ज हो जाता है, जिससे पैसे गलत तरीके से कटने की समस्या उत्पन्न होती है। कुछ मामलों में टोल ऑपरेटर मैन्युअल एंट्री कर देते हैं, जिससे अनावश्यक शुल्क कट जाता है। यहां तक कि जब वाहन घर पर खड़ा होता है, तब भी पैसे कटने का संदेश आ सकता है।
NHAI ने अब ऐसे मामलों पर सख्ती से नकेल कसने का निर्णय लिया है। टोल मैनेजमेंट इकाई IHMCL ने नियमों को सख्त करते हुए दोषी टोल ऑपरेटरों पर भारी जुर्माना लगाना शुरू कर दिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, अब तक कम से कम 250 मामलों में टोल कलेक्टरों पर जुर्माना लगाया जा चुका है।
IHMCL ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि किसी टोल ऑपरेटर की गलती से वाहन मालिक के FASTag वॉलेट से गलत पैसे कटते हैं, तो उस ऑपरेटर पर 1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। इससे फर्जी कटौती के मामलों में लगभग 70% की कमी आई है, लेकिन अब भी हर महीने लगभग 50 शिकायतें आ रही हैं।
FASTag एक प्रीपेड टैग है, जो रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीक पर आधारित है। इसे गाड़ी की विंडस्क्रीन पर लगाया जाता है, और जब वाहन टोल प्लाजा से गुजरता है, तो स्कैनर इसे स्वचालित रूप से पढ़कर टोल शुल्क काट लेता है। यह डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देता है और टोल प्लाजा पर ट्रैफिक को कम करता है।
यदि आपके FASTag वॉलेट से गलत तरीके से पैसे कटे हैं, तो आप निम्नलिखित तरीकों से शिकायत कर सकते हैं:
IHMCL अधिकारियों के अनुसार, यदि पैसे गलत तरीके से कटे हैं, तो यूजर को तुरंत चार्जबैक दिया जाएगा और दोषी टोल ऑपरेटर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
NHAI ने स्पष्ट किया है कि FASTag वॉलेट से फर्जी टोल कटौती की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। 1 लाख रुपये के जुर्माने के बावजूद यदि ऐसे मामले सामने आते हैं, तो ऑपरेटर की सेवा समाप्त करने तक की कार्रवाई की जा सकती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नए नियमों के लागू होने के बाद FASTag वॉलेट से फर्जी टोल कटौती के मामलों में काफी कमी आई है। हालांकि, NHAI और IHMCL लगातार इस पर निगरानी बनाए हुए हैं ताकि वाहन चालकों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।