व्यापार: होली के दौरान 60,000 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार होने की उम्मीद
Newsindialive Hindi March 11, 2025 12:42 AM

कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री एवं चांदनी चौक से भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि पिछले साल की तरह इस बार भी व्यापारियों एवं उपभोक्ताओं ने होली त्योहार की बिक्री में चीनी सामान का बहिष्कार किया है तथा भारत में उत्पादित हर्बल रंग एवं गुलाल, पिचकारी, गुब्बारे, चंदन, पूजा सामग्री, कपड़े एवं अन्य सामान ही बड़ी संख्या में बिक रहे हैं।

 

हैप्पी होली लिखी टी-शर्ट की मांग बढ़ी

मिठाई, सूखे मेवे, उपहार वस्तुएं, फूल और फल, कपड़े, फर्निशिंग फैब्रिक, किराने का सामान, एफएमसीजी उत्पाद, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं और कई अन्य उत्पादों की भी बाजारों में भारी मांग है। उपभोक्ता खर्च में वृद्धि के कारण विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों में होली के त्यौहार की बिक्री तेजी से बढ़ रही है। लोग रंगों से खेलने के लिए सफेद टी-शर्ट, कुर्ता-पायजामा और सलवार सूट की मांग कर रहे हैं। वहीं, बाजार में हैप्पी होली लिखी टी-शर्ट की मांग भी लगातार बढ़ रही है।

कारोबार 60,000 करोड़ रुपये से अधिक होने की उम्मीद

खंडेलवाल ने कहा कि भारत त्यौहारों का देश है और हर त्यौहार या कोई भी धार्मिक आयोजन निश्चित रूप से व्यापार को बढ़ाता है। होली से आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जिससे विशेष रूप से स्थानीय व्यवसायों, छोटे व्यापारियों, लघु उद्योगों और एमएसएमई क्षेत्र को लाभ होगा। यह होली देश भर के व्यापारियों और खुदरा विक्रेताओं के लिए भी फायदेमंद साबित होगी। CAIT के आंकड़ों के अनुसार, इस साल होली के त्योहार पर व्यापारियों को 60,000 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार होने की उम्मीद है, जो पिछले साल की तुलना में लगभग 20% अधिक है। पिछले साल यह कारोबार करीब 50 हजार करोड़ रुपए का था। एक अनुमान के अनुसार अकेले दिल्ली के बाजारों में 8 हजार करोड़ रुपये से अधिक का व्यापार होने की संभावना है।

पिचकारी व अन्य होली सामग्री खरीदने वालों की भीड़

खंडेलवाल ने बताया कि इस वर्ष भी दिल्ली समेत पूरे देश में होली का जश्न बड़े पैमाने पर मनाया जा रहा है, जिसके चलते बैंक्वेट हॉल, फार्म हाउस, होटल, रेस्टोरेंट और सार्वजनिक पार्कों में होली मनाने के लिए लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं। अकेले दिल्ली में ही छोटे-बड़े 3,000 से अधिक होली मिलन समारोह आयोजित किए जा रहे हैं और सभी कार्यक्रमों में भाग लेने वाले लोगों के चेहरों पर खुशी और उत्साह का एक नया माहौल दिखाई दे रहा है। बड़ी संख्या में व्यापारिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक संगठन होली मिलन समारोह आयोजित कर रहे हैं।

होली का त्योहार नजदीक आते ही दिल्ली के सभी थोक और खुदरा बाजार पूरी तरह से सज गए हैं। सभी बाजारों में गुलाल, पिचकारी के साथ-साथ अन्य होली सामग्री खरीदने वालों की भीड़ लगी हुई है। होली केवल रंगों का त्योहार नहीं है बल्कि यह खाने-पीने और स्वादिष्ट व्यंजनों का भी त्योहार है। मिठाई की दुकानों पर गुझिया आदि बड़ी मात्रा में बिक रही हैं, जो विशेष रूप से होली के लिए बनाई जाती हैं।

बाजार में दुकानें रंग-बिरंगे फूलों और पिचकारियों से सजी हुई थीं।

खंडेलवाल ने बताया कि दिल्ली में 13 मार्च को होली जलाई जाएगी, जबकि 14 मार्च को रंगों का त्योहार मनाया जाएगा। यहां तक कि बाजार भी होली के रंगों से सजे नजर आ रहे हैं। बाजार में दुकानें रंग-बिरंगे गुलाब और पिचकारियों के अलावा गुझिया और सूखे मेवों की मालाओं से सजी हुई हैं। बाजार में खरीदारी करने आने वाले लोगों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। उन्होंने बताया कि होली पर रिश्तेदारों को मिठाई के साथ ड्राई फ्रूट्स की माला देने की परंपरा के चलते लोग खरीदारी के लिए दुकानों पर उमड़े रहे। जिसके चलते बाजार में हलचल मच गई है। बाजारों में केमिकल युक्त गुलाल व रंगों की जगह हर्बल रंगों, अबीर व गुलाल की सबसे ज्यादा मांग है, जबकि गुब्बारों व पिचकारियों की मांग भी पिछले सालों की अपेक्षा अधिक है। खंडेलवाल ने बताया कि इस बार बाजार में विभिन्न प्रकार की पिचकारियां, गुब्बारे व अन्य आकर्षक आइटम आए हैं। प्रेशर वाटर गन 100 रुपये से लेकर 350 रुपये तक उपलब्ध हैं। टैंक के रूप में इंजेक्टर रु. 100 से रु. 400 में उपलब्ध है। इसके अलावा फैंसी पाइप भी बाजार में धूम मचा रहे हैं। बच्चों को स्पाइडरमैन, छोटा भीम आदि बहुत पसंद आ रहे हैं और गुलाब स्प्रे की मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।

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