राजस्थान में गुर्जर समाज ने 5 कुरीतियों को किया बैन, पंचायत का ऐतिहासिक निर्णय
aapkarajasthan March 12, 2025 04:42 PM

भरतपुर न्यूज़ डेस्क - कुहेर में गुर्जर समाज डीग द्वारा चलाए जा रहे सामाजिक कुरीतियों व फिजूलखर्ची को मिटाने के लिए जन जागृति यात्रा रैली के अभियान के तहत कुहेर तहसील के 14 गांवों की पंचायत गांव हेलक के देवनारायण मंदिर पर हुई। जिसमें सामाजिक कुरीतियों व फिजूलखर्ची को पूरी तरह से बंद करने का निर्णय लिया गया। साथ ही गांव पिचगाई पहुंचकर हुकुम सिंह थानेदार के पिता किशन सिंह के निधन पर उनके मृत्युभोज कुल्ला भोज को मौके पर ही बंद करा दिया गया।

पूरी तरह से बंद करने का निर्णय
मंदिर महंत देवनारायण की अध्यक्षता में हेलक, सेह, पिचगाई, कुहेर, नगला मैथाना, गुर्जर नगला, अस्तावन, नगला खूंटेला, नगला गयासिया, रावजी का नगला, टहरकी, पिलुआ, गढ़ी जालीम सिंह, माधौनी आदि 14 गांवों की पंचायत हुई। जिसमें सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया। जिसमें व्हाट्सएप से शादी के निमंत्रण पत्र भेजना, शादियों में डीजे म्यूजिक, भात में साफा बांधना बंद करना, लड़की की शादी में मृत्युभोज, कुल्लभोज, मंडा बंद करने का निर्णय लिया गया।

पंचायत के बाद गांव हेलक, सेह, पिचगाई व हर गली मोहल्ले में जन जागृति यात्रा रैली निकाली गई, हाथों में नारे लिखी तख्तियां लेकर सामाजिक कुरीतियों, फिजूलखर्ची, मृत्युभोज, कुल्लभोज, डीजे म्यूजिक, भात में पगड़ी, दहेज लेना, शराब, गांजा, कोल्ड ड्रिंक के खिलाफ नारे लगाए गए और सभी से इन्हें बंद करने की अपील की गई।

इन सभी कुरीतियों को बंद करने का समय आ गया है
पंचायत में वक्ताओं ने सामाजिक कुरीतियों व फिजूलखर्ची को गुर्जर समाज के लिए अभिशाप बताया। जिससे गुर्जर समाज का विकास अवरुद्ध हो गया है। समाज को अग्रणी समाज बनाने के लिए अब इन सभी कुरीतियों को बंद करने का समय आ गया है।

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