Brain Stroke Signs and Symptoms: ब्रेन स्ट्रोक दुनिया में तेजी से बढ़ रही बीमारी है. दुनिया में हर साल लाखों लोग बड़ी संख्या में ब्रेन स्ट्रोक का शिकार हो रहे हैं. शरीर में हो रहे छोटे-छोटे बदलाव को नजरअंदाज करना लोगों के लिए बड़ा खतरा बन गया है, क्योंकि स्ट्रोक आने से पहले शरीर कई तरह से संकेत देता है. ब्रेन स्ट्रोक के हर साल 1.22 करोड़ नए मामले सामने आते हैं. लांसेट की रिपोर्ट हर 5 में से 1 व्यक्ति को 25 साल की उम्र के बाद स्ट्रोक का खतरा बना रहता है. ब्रेन स्ट्रोक दुनिया में मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण है, जिससे हर 4 मिनट में 1 व्यक्ति की जान जाती है. हर 40 सेकंड में एक नया स्ट्रोक का मामला दर्ज होता है.
पहले ऐसी धारना थी की ठंड में ब्रेन स्ट्रोक की घटनाएं बढ़ जाती हैं, क्योंकि उन दिनों में खून शरीर में गाढ़ा होने लग जाता है और वह ठीक से ब्रेन की आर्टरीज में नहीं पहुंच पाता है. इससे ब्रेन में ब्लॉकेज होने की समस्या होती है. इसमें दिमाग में ब्लड और ऑक्सीजन आसानी से नहीं पहुंचता है, जिससे ब्रेन की सेल्स को नुकसान पहुंचता है और जब स्ट्रोक होता है तब दिगाम का वो हिस्सा काम करना बंद कर देता है.
न्यूरोलॉजिस्ट मधुकर त्रिवेदी स्ट्रोक के लक्षणों के बारे में बताते हैं कि इसमें प्रमुख है, चेहरे का सुन्न पड़ना, हाथ-पैर में कमजोरी, बोलने में कठिनाई और आंखों में धुंधलापन के साथ साथ एक ही चीज दो दो दिखने लग जाती हैं. इसके अलावा, संतुलन खोना और चक्कर आना भी स्ट्रोक के संकेत हो सकते हैं.
न्यूरोलॉजिस्ट ने बताया कि स्ट्रोक से बचने के लिए हेल्दी खान-पान के साथ-साथ हर दिन 20 से 30 मिनट की एक्सरसाइज बहुत जरूरी है. यही नहीं मोटापा ब्रेन स्ट्रोक के लिए सबसे बड़ा दुश्मन है, इसलिए वजन को नियंत्रण में रखना जरूरी है. साथ ही, ऑयली फूड, मिठाई को खाने से बचना चाहिए. स्ट्रेस, एंग्जाइटी को कंट्रोल में रखना है और 8 घंटे की नींद पूरी न भी हो तो कम से कम 6 से 7 घंटे जरूर सोना चाहिए.
ब्रेन स्ट्रोक का सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों को होता है जो सीनियर सिटीजन हैं, शुगर, हाई ब्लड प्रेशर, और हार्ट से जुड़ी समस्याओं से ग्रस्त हैं या फिर स्मोकिंग करते हैं. इन परिस्थितियों में स्ट्रोक का जोखिम बढ़ जाता है.