बचपन से हम सभी को विकल्प रखने की आदत होती है। जैसे, अपनी पेंसिल बॉक्स में हम हमेशा दो पेन रखते थे ताकि एक काम न करे तो दूसरा काम आ सके। बाजार में जाकर हम कई विकल्पों में से एक को चुनते थे। यह आदत भौतिक चीजों के लिए तो ठीक है, लेकिन रिश्तों में यह काम नहीं करती। आपको जिस व्यक्ति के लिए खास होना है, उसके लिए पूरी तरह से समर्पित होना चाहिए। रिश्तों में प्यार के साथ-साथ समर्पण भी आवश्यक है।
किसी को छोड़ना या खुद छोड़ दिया जाना, दोनों ही अलग अनुभव हैं। लेकिन एक और स्थिति है, जो इनसे भी अधिक खतरनाक है - किसी की लव लाइफ में विकल्प बनना। यह अजीब लग सकता है, लेकिन अगर आपने ऐसा अनुभव नहीं किया है, तो आपके आस-पास कई लोग ऐसे मिल जाएंगे।
आप किसी से भावनात्मक रूप से जुड़े हैं और उससे प्यार करते हैं, लेकिन वह किसी और के प्रति आकर्षित है। जब भी उस व्यक्ति के रिश्ते में कोई समस्या आती है, तो वह आपकी मदद चाहता है। यह स्थिति तब ठीक है जब आपका रिश्ता दोस्ती का हो, लेकिन अगर यह उससे आगे है, तो यह सही नहीं है।
किसी के जीवन में विकल्प बनना सबसे बुरा अनुभव होता है। इस स्थिति में आपका रिश्ता दूसरे व्यक्ति के मूड पर निर्भर करता है। जब उसकी जिंदगी में सब कुछ ठीक है, तो आप उसके लिए गैर जरूरी होते हैं, और जब समस्याएं आती हैं, तो आप उसके लिए दूसरा विकल्प बन जाते हैं।
इस स्थिति में आपको अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखते हुए खुद से यह सवाल पूछना चाहिए कि आप इस रिश्ते से क्या चाहते हैं? आपके सपने क्या हैं? क्या होगा जब आपका साथी आपको पूरी तरह अकेला छोड़ देगा?
इस स्थिति से बाहर निकलने का सबसे अच्छा तरीका है घूमना-फिरना और नए लोगों से मिलना। इस नई शुरुआत में आपको एहसास होगा कि आप कितने महत्वपूर्ण हैं। अगर आप खुद को महत्व नहीं देंगे, तो कोई और आपको कैसे वैल्यू देगा?