Vastu Tips For Plants : शमी और तुलसी को एक साथ रखने की गलती भूलकर भी न करें, वास्तु के अनुसार हो सकता है नुकसान
UPUKLive Hindi March 17, 2025 04:42 PM

Vastu Tips For Plants : हिंदू धर्म और वास्तु शास्त्र में पेड़-पौधों का एक खास महत्व है। ऐसा माना जाता है कि घर में सही पौधे लगाने से न सिर्फ सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, बल्कि भगवान की कृपा भी बनी रहती है।

खासतौर पर तुलसी और शमी के पौधे को बहुत शुभ माना जाता है। लेकिन क्या इन दोनों पौधों को एक साथ रखना सही है? आइए, वास्तु शास्त्र और ज्योतिष की नजर से इस सवाल का जवाब जानते हैं।

तुलसी और शमी का पौधा: धार्मिक और वास्तु महत्व

सनातन धर्म में तुलसी को मां लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। घर में तुलसी का पौधा होने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और वातावरण शुद्ध रहता है। वहीं, शमी का पौधा भगवान शनिदेव का प्रिय माना जाता है।

ऐसा कहा जाता है कि शमी का पौधा लगाने से शनि की कृपा प्राप्त होती है और जीवन की कई समस्याएं हल हो जाती हैं। लेकिन क्या इन दोनों को एक ही जगह पर रखना शुभ है? वास्तु शास्त्र इस बारे में कुछ खास बातें बताता है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार सही दिशा का ध्यान रखें

वास्तु शास्त्र के अनुसार, तुलसी के पौधे को घर की ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में लगाना सबसे अच्छा माना जाता है। यह दिशा सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है। दूसरी तरफ, शमी के पौधे को पश्चिम दिशा में लगाना शुभ होता है।

ऐसा करने से शनि देव की कृपा बनी रहती है और घर में समृद्धि आती है। लेकिन एक बात का खास ध्यान रखें कि इन दोनों पौधों को एक ही गमले में या पास-पास नहीं लगाना चाहिए। इन्हें अलग-अलग गमलों में और अलग दिशाओं में रखना ज्यादा लाभकारी होता है।

क्या शमी और तुलसी को एक साथ रखना शुभ है?

ज्योतिष और वास्तु शास्त्र की मानें तो तुलसी और शमी दोनों में ही देवी-देवताओं का वास माना जाता है। तुलसी में मां लक्ष्मी और शमी में शनिदेव का प्रभाव होता है।

हालांकि, इन दोनों को एक साथ रखने के बजाय अलग-अलग रखकर उनकी पूजा करना ज्यादा अच्छा माना जाता है।

ऐसा करने से दोनों की ऊर्जा संतुलित रहती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है। साथ ही, इन पौधों की देखभाल करते समय कुछ नियमों का पालन करना भी जरूरी है।

तुलसी और शमी की देखभाल के खास नियम

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, तुलसी और शमी दोनों ही पवित्र पौधे हैं। इसलिए इनके साथ कुछ खास नियमों का पालन करना चाहिए। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इन पौधों को बिना नहाए जल नहीं चढ़ाना चाहिए।

स्नान करने के बाद ही इन्हें पानी देना और इनकी पूजा करना उचित माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि बिना स्नान किए जल चढ़ाने से पुण्य के बजाय पाप लगता है।

इसके अलावा, इन पौधों को नियमित रूप से साफ रखें और इनके आसपास का स्थान भी स्वच्छ रखें।

निष्कर्ष: सही जगह और सही देखभाल से पाएं अधिक लाभ

तुलसी और शमी के पौधे घर में सकारात्मकता और समृद्धि लाते हैं, लेकिन इन्हें वास्तु के नियमों के अनुसार सही दिशा में और अलग-अलग रखना जरूरी है।

ऐसा करने से दोनों पौधों की ऊर्जा का पूरा लाभ मिलता है और घर में सुख-शांति बनी रहती है। अगर आप भी अपने घर में इन पौधों को लगाने की सोच रहे हैं, तो वास्तु और ज्योतिष के इन नियमों का ध्यान रखें।

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