जेल शिफ्टिंग, तीन गाड़ियों का काफिला और गैंगस्टर का एनकाउंटर... DGM हत्याकांड के बाद ऐसे हुआ अमन साहू का खात्मा
Samachar Nama Hindi March 17, 2025 06:42 PM

झारखंड का कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू, जिसने 7 साल की उम्र में अपराध की दुनिया में प्रवेश कर आतंक फैलाया था, पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। उनके खिलाफ 100 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे। पुलिस उसे छत्तीसगढ़ के रायपुर से रिमांड पर रांची ला रही थी। गैंगस्टर अमन साहू ने पलामू जिले के चैनपुर-रामगढ़ मार्ग पर भागने की कोशिश की। उसने पुलिस कांस्टेबल से राइफल छीन ली और उस पर गोली चला दी। जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया।

मिली जानकारी के अनुसार कुख्यात अपराधी अमन साहू को पुलिस रिमांड पर पूछताछ के लिए रायपुर से रांची लाया जा रहा था। इसी बीच एक पुलिस वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसका फायदा उठाकर अमन साहू सिपाही की राइफल छीनकर भागने की कोशिश कर रहा था। जब पुलिस कर्मियों ने उसे रोकने की कोशिश की तो उसने पुलिस कर्मियों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने मोर्चा संभाला और कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू पुलिस मुठभेड़ में मारा गया।

अमन साहू एक कुख्यात अपराधी था।
अमन साहू बहुत कुख्यात अपराधी था। हाल ही में उसने झारखंड की राजधानी रांची के बरियातू थाना क्षेत्र में चर्चित कोल एक्शन ऑफिसर विपिन मिश्रा पर दिनदहाड़े गोलियां चलाई थीं। इसके बाद उसने झारखंड के हजारीबाग जिले में एनटीपीसी के डीजीएम डिस्पैच कुमार गौरव की उनके घर पर गोली मारकर हत्या कर दी। झारखंड पुलिस उसे दोनों घटनाओं में अमन साहू गिरोह की संलिप्तता के बारे में पूछताछ करने के लिए रायपुर से रांची रिमांड पर ला रही थी।

भागने की कोशिश की, पुलिस पर गोली चलाई
जैसे ही उनकी गाड़ी पलामू जिले के चैनपुर-रामगढ़ पथ पर पहुंची। तभी अचानक पुलिस की एक गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसका फायदा उठाकर गैंगस्टर अमन साहू ने गाड़ी में मौजूद एक सिपाही का हथियार छीन लिया और भागने लगा। जब पुलिस ने उसे रोका तो उसने गोली चला दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया। अमन साहू झारखंड की राजधानी रांची के ठाकुरगांव थाना क्षेत्र के मतवे गांव का निवासी है। झारखंड के विभिन्न जिलों में उसके खिलाफ 100 से अधिक मामले दर्ज हैं।

घटना के बाद वह सोशल मीडिया पर जानकारी दे रहे थे।
झारखंड पुलिस के साथ-साथ कोयला व्यापारी, ट्रांसपोर्टर, ठेकेदार, साथ ही झारखंड के रियल एस्टेट कारोबारी और बिल्डर भी अमन साहू गिरोह से परेशान थे। वह समाज के सभी वर्गों से धन उगाही करता था और यदि उसे धन नहीं मिलता था तो वह अपने साथियों से हत्या जैसे गंभीर अपराध करवाता था। जब उसके गिरोह से जुड़े अपराधियों द्वारा कोई बड़ी घटना को अंजाम दिया जाता था, तो उस घटना की जिम्मेदारी सोशल मीडिया के माध्यम से ली जाती थी।

6 को जेल भेजा गया
अमन साहू ने झारखंड में, खासकर कोयला से जुड़ी कंपनियों और उद्योगपतियों के बीच भय और आतंक फैलाया। कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को झारखंड पुलिस समय-समय पर आधा दर्जन से अधिक जेलों में स्थानांतरित कर चुकी है। 13 अक्टूबर 2024 को उन्हें चाईबासा जेल से रायपुर (छत्तीसगढ़) जेल में स्थानांतरित कर दिया गया। कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू भी विधानसभा चुनाव लड़ना चाहता था। उन्होंने बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए पर्चा भी खरीदा था, लेकिन अदालत ने उन्हें इसकी इजाजत नहीं दी।

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