जोधपुर न्यूज़ डेस्क - जलवायु परिवर्तन के कारण राजस्थान में एक्सट्रीम वेदर की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। पिछले साल गर्मियों में कई शहरों में पारा 50 डिग्री के पार चला गया था, जिससे कई लोगों की लू के कारण जान चली गई थी। इसी तरह बारिश और तूफान की अनिश्चितता ने प्रशासन के लिए नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं।
पहले से जान सकेंगे मौसम का हाल
अब जयपुर या जोधपुर के किसी भी इलाके में जाने से पहले लोग यह जान सकेंगे कि वहां मौसम कैसा रहेगा। उदाहरण के लिए अगर प्रतापनगर में रहने वाला कोई व्यक्ति परकोटा इलाके में जाने की योजना बना रहा है और वहां बारिश का अलर्ट है तो वह पहले से तैयार हो सकेगा।
रियल टाइम वेदर अपडेट सिस्टम शुरू
जलवायु परिवर्तन के कारण एक ही शहर के अलग-अलग इलाकों में बारिश और तापमान में काफी अंतर आ जाता है। इसे देखते हुए भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने शहरी मौसम सेवा के तहत जयपुर और जोधपुर में रियल टाइम वेदर अपडेट सिस्टम शुरू करने का फैसला किया है।
जयपुर और जोधपुर में कई नए ऑब्जर्वेशन सेंटर बनेंगे
जयपुर और जोधपुर में कई नए ऑब्जर्वेशन सेंटर बनाए जाएंगे। जयपुर के सी-स्कीम, सिविल लाइंस, मालवीय नगर जैसे पॉश इलाकों में 5 नए सेंटर बनाए जाएंगे। जोधपुर में 3-5 सेंटर बनाने की योजना है। ये सेंटर डॉप्लर रडार सिस्टम के जरिए मौसम का सटीक अनुमान लगाएंगे। लोगों को अपने इलाके के तापमान, बारिश, तूफान और लू की जानकारी दो से तीन घंटे पहले मिल जाएगी।इस नई सेवा के जरिए प्रशासन भी तूफान, भारी बारिश या लू से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए जरूरी कदम उठा सकेगा। यह सिस्टम राजस्थान के बड़े शहरों में जलवायु परिवर्तन के असर से निपटने में अहम भूमिका निभाएगा।