मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि मेले में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। इसके लिए मेला प्रशासन और जिला प्रशासन ने व्यापक प्रबंध किए हैं। धामी ने आगे कहा कि इस मेले को केवल तीन महीने तक सीमित नहीं रखा जाएगा। भविष्य में इसे वर्ष भर चलने वाला मेला बनाने की योजना है। इससे देशभर के श्रद्धालु पूरे मां पूर्णागिरि के दर्शन कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश के मेलों, लोक कला एवं लोक संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए निरंतर कार्यरत है। केदारखंड के साथ-साथ मानसखंड के मंदिरों का भी पुनरुद्धार किया जा रहा है, जिससे देवभूमि की आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक पहचान और अधिक सशक्त हो रही है।
उन्होंने कहा कि मां पूर्णागिरि धाम प्रदेश के लाखों भक्तों की आस्था का केंद्र है। यह मेला कुंभ मेले के बाद राज्य में सबसे अधिक दिनों तक चलने वाला मेला है। धामी ने मां पूर्णागिरि मेले को सर्किट के रूप में विकसित करने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि भक्तगण मां के दर्शन करने के साथ-साथ चंपावत जिले के अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों जैसे गोलज्यु, बाबा गोरखनाथ, मां बाराही, रणकोची माता, ब्यानधूरा बाबा श्यामलताल, रीठा साहिब और मायावती आश्रम आदि के दर्शन भी कर सकते हैं।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala