पुनीत राजकुमार: 17 मार्च कन्नड़ फिल्म उद्योग के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसी दिन कन्नड़ सिनेमा के पावर स्टार पुनीत राजकुमार का जन्म हुआ था। आज उनके 50वें जन्मदिन पर फैंस साउथ के सुपरस्टार पुनीत राजकुमार को याद कर रहे हैं। पुनीत राजकुमार कर्नाटक के एक प्रसिद्ध अभिनेता थे। अभिनेता का 29 अक्टूबर, 2021 को 46 वर्ष की कम उम्र में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। अभिनेता की मौत की खबर मिलते ही सरकार ने पूरे बेंगलुरु शहर में धारा 144 लागू कर दी और दो दिनों के लिए शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया। भले ही वह आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके प्रशंसक आज भी दुनिया भर में मौजूद हैं। वह अपने अभिनय से अर्जित नाम और प्रसिद्धि से अधिक अपने नेक काम के लिए चर्चा में रहे हैं। पुनीत राजकुमार असल जिंदगी के हीरो थे।
साउथ का यह सुपरस्टार असल जिंदगी में भी था हीरो
पुनीत कन्नड़ में सबसे अधिक पारिश्रमिक पाने वाले अभिनेता भी थे। उनकी 14 फिल्में लगातार 100 दिनों तक सिनेमाघरों में चलीं। अभिनेता वास्तविक जीवन में भी बहुत उदार थे। समाज सेवा के लिए उन्होंने 26 अनाथालय और गरीब बच्चों के लिए 46 निःशुल्क स्कूल चलाए। पुनीत ने अपनी आंखें दान कर दीं। उनकी मृत्यु के बाद कर्नाटक में 1 लाख लोगों ने अपनी आंखें दान कर दीं क्योंकि वे पुनीत के पदचिन्हों पर चलना चाहते थे। उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत फिल्म ‘प्रेमदा कनिक’ से की थी। उन्होंने कई फिल्मों में बाल कलाकार के रूप में काम किया। 6 महीने की उम्र में बड़े पर्दे पर नजर आने वाला यह सुपरस्टार अब हमारे बीच नहीं है, लेकिन अपने अच्छे कामों की वजह से वह हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेगा। 2019 में उत्तर कर्नाटक में बाढ़ आई थी। पुनीत राजकुमार इस कठिन समय में लोगों की मदद के लिए आगे आए। वहीं कोरोना महामारी के दौरान उन्होंने कर्नाटक सरकार के राहत कोष में 50 लाख रुपये दान दिए थे। पुनीत ने 46 निःशुल्क स्कूल, 26 अनाथालय, 16 वृद्धाश्रम और 19 गौशालाएं चलाईं। इसके अलावा उन्होंने कई कन्नड़ भाषी स्कूलों को वित्तीय सहायता भी प्रदान की।
10 साल की उम्र में मिला पहला राष्ट्रीय पुरस्कार
पुनीत राजकुमार को 10 साल की उम्र में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्हें यह पुरस्कार फिल्म ‘बेट्टाडा हूवु’ के लिए मिला। इसमें वह बाल कलाकार के रूप में नजर आये थे। इसके साथ ही, फिल्म ने सर्वश्रेष्ठ कन्नड़ फिल्म के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार, तीन फिल्मफेयर पुरस्कार दक्षिण और दो कर्नाटक राज्य फिल्म पुरस्कार जीते। खास बात यह थी कि पुनीत गायक और टीवी प्रस्तोता भी थे। अपने प्रशंसकों की खुशी के लिए, वह 2008 और 2009 में आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के ब्रांड एंबेसडर थे। पुनीत के पिता राजकुमार दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित होने वाले पहले कन्नड़ अभिनेता थे।