महाराजगंज, 17 मार्च . उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सोमवार को महाराजगंज जिले पहुंची. उन्होंने कलेक्ट्रेट परिसर में आंगनबाड़ी केंद्रों को प्री स्कूल शैक्षणिक किट, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को नियुक्ति पत्र, आयुष्मान कार्ड, क्षय रोगियों के लिए पोषण पोटली, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण व मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण आवास की चाभी, किसान सम्मान निधि आदि योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र का वितरण किया.
राज्यपाल ने आंगनबाड़ी और परिषदीय विद्यालयों के बच्चों के नृत्य और अभिनय की सराहना की. उन्होंने कहा कि हमें इन्हीं प्रतिभाशाली बच्चों को तैयार कर प्रधानमंत्री मोदी के सपनों के अनुरूप विकसित भारत की संकल्पना को साकार करना है. इसके लिए आवश्यक है कि प्रत्येक बच्चा आंगनबाड़ी केंद्र और विद्यालय तक पहुंचे.
आंगनबाड़ी केंद्र समाज के लिए बेहद अहम हैं. आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को न सिर्फ पढ़ना लिखना सिखाया जाता है, बल्कि उनके पोषण का भी ध्यान रखा जाता है. हमारी आंगनबाड़ी कार्यकत्री बहनें यशोदा मां की तरह बच्चों का ध्यान रखती हैं. उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण द्वारा प्री स्कूल किट के बेहतर उपयोग पर जोर दिया.
उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण कर प्री-स्कूल किट के बेहतर उपयोग पर जोर दिया. उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को बाल मनोविज्ञान शिक्षा देने की बात पर जोर देते हुए कहा कि इससे बच्चों को बेहतर शैक्षणिक परिवेश प्राप्त होगा और उनका व्यक्तित्व विकास होगा.
इसके अलावा 210 नई आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की नियुक्ति जनपद में हुई है. महराजगंज में विभिन्न नवाचारी अभियानों की प्रशंसा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह अत्यधिक प्रसन्नता की बात है कि अधिकारियों ने 40 गांवों को गोद लेकर उन्हें मॉडल गांव के रूप में विकसित करने का संकल्प लिया है. जब हम केंद्र और राज्य की विभिन्न योजनाओं व अनुदानों को सही तरीके से इस्तेमाल करेंगे तो निश्चित रूप से गांव को मॉडल के रूप में विकसित किया जा सकेगा.
उन्होंने मुसहर और वनटांगिया ग्रामों को विभिन्न योजनाओं से 90 प्रतिशत तक संतृप्त करने पर हर्ष व्यक्त किया और निर्देश दिया कि इन गांवों के शत-प्रतिशत संतृप्तिकरण का लक्ष्य जिला प्रशासन प्राप्त करे. परिषदीय विद्यालयों के कायाकल्प के लिए भी जिला प्रशासन की तारीफ की. उन्होंने कहा कि हमें महिला उत्पीड़न के विरुद्ध लोगों को जागरूक करना होगा. इसके लिए गांव-गांव यात्रा निकालनी होगी. बाल विवाह व नशे के विरुद्ध विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राएं साइकिल यात्रा निकाले.
राज्यपाल ने बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, बेसिक व माध्यमिक शिक्षा, कृषि व उद्यान, पंचायतीराज विभाग और पशुधन व मत्स्य विभाग के स्टालों का निरीक्षण भी किया.
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/ दीपक