विधानसभा में मुख्यमंत्री नायडू ने कहा, भाषा केवल संवाद का माध्यम है। ज्ञान भाषा से नहीं आ जाएगा। जो लोग अपनी मातृभाषा में पढ़ाई करते हैं, वे दुनियाभर में सफलता हासिल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मातृभाषा में शिक्षा हासिल करना आसान होता है।
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नायडू की यह टिप्पणी उपमुख्यमंत्री और जनसेना प्रमुख पवन कल्याण द्वारा हाल ही में तमिलनाडु सरकार और केंद्र सरकार के बीच जारी भाषा विवाद पर टिप्पणी करने के बाद आई है। मुख्यमंत्री ने कहा, मैं आपसे यह बहुत स्पष्ट रूप से कह रहा हूं, भाषा नफरत करने के लिए नहीं है। यहां (आंध्र प्रदेश में) मातृभाषा तेलुगु है। हिंदी ‘राष्ट्रीय भाषा’ है और अंतरराष्ट्रीय भाषा अंग्रेजी है।
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नायडू ने इस बात पर जोर दिया कि आजीविका के लिए मातृभाषा को भूले बिना अधिक से अधिक भाषाएं सीखना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि 'राष्ट्रीय भाषा' सीखने से दिल्ली में हिंदी में सहजता से बातचीत की जा सकती है। उन्होंने अपील की कि 'भाषाओं को लेकर अनावश्यक राजनीति' में शामिल होने की कोई आवश्यकता नहीं है। नायडू ने अधिक से अधिक भाषाएं सीखने का आह्वान किया। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour