नागपुर. औरंगजेब कब्र विवाद में महाराष्ट्र के नागपुर के महाल इलाके में सोमवार शाम दो पक्षों में हिंसा हो गई। विश्व हिंदू परिषद ने औरंगजेब का पुतला फूंका था, इसके बाद हिंसा भड़क गई।
अधिकारियों ने बताया- अफवाह फैली कि प्रदर्शनकारियों ने पुतले के साथ एक धार्मिक पुस्तक जलाई है। इससे दो पक्षों में पथराव हुआ। कई गाड़ियों में तोड़फोड़ हुई। दो जेसीबी में आग लगाई गई।
पुलिस ने बवाल कर रहे लोगों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े हैं। घटना में DCP, पुलिसकर्मी समेत चार लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने 15 लोगों को हिरासत में लिया है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लोगों से प्रशासन का पूरा सहयोग करने की अपील की है। उन्होंने कहा- हम लगातार पुलिस-प्रशासन के संपर्क में हैं। नागपुर एक शांतिपूर्ण शहर है। किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें।
नागपुर DCP अर्चित चांडक ने कहा- गलतफहमी के कारण यह घटना हुई है। स्थिति कंट्रोल में है। सभी से अपील है कि बाहर न निकलें। पत्थरबाजी न करें। कुछ पुलिस कर्मी घायल हुए हैं। मेरे पैर में भी हल्की चोट आई।
पुलिस बोली- हजारों की भीड़ आई, घरों में पत्थर फेंके गए यह घटना चिटनिस पार्क और महल इलाके में हुई। अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार चिटनिस पार्क से शुक्रवारी तलाव रोड बेल्ट हिंसा से सबसे अधिक प्रभावित थी, जहां दंगाइयों ने कुछ चार पहिया वाहनों को आग के हवाले कर दिया। घरों पर भी पत्थर फेंके गए। पुलिस हजारों की संख्या में मौजूद भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश कर रही है।
VHP बजरंग दल ने की थी औरंगजेब कब्र हटाने की मांग
महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर (पहले औरंगाबाद) में स्थित औरंगजेब की कब्र हटाने का मामला तूल पकड़ने लगा है। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने महाराष्ट्र सरकार से इसे जल्द हटाने की मांग की है। विवाद के बीच कब्र की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
विश्व हिंदू परिषद (VHP) महाराष्ट्र और गोवा के क्षेत्रीय मंत्री गोविंद शेंडे ने औरंगजेब की कब्र को गुलामी का प्रतीक बताया। उन्होंने सोमवार को कहा- औरंगजेब ने छत्रपति संभाजी महाराज को मारने से पहले 40 दिनों तक यातना दी थी। ऐसे क्रूर शासक का निशान क्यों रहना चाहिए।
उधर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक कार्यक्रम में कहा- क्रूर औरंगजेब के बर्बर विचारों का महिमामंडन करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उस विचार को वहीं कुचल दिया जाएगा।
हिंदू संगठन ने महाराष्ट्र में प्रदर्शन किया था औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर सोमवार सुबह महाराष्ट्र में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (VHP) की ओर से प्रदर्शन किया था। इस दौरान मुगल आक्रांताओं के पुतले भी जलाए गए थे।
टी राजा ने भी कब्र हटाने की मांग की
तेलंगाना के गोशामहल से भाजपा विधायक हिन्दूवादी नेता टी राजा सिंह ने भी कब्र हटाने की मांग की है। उन्होंने कहा- मैं VHP और बजरंग दल की मांग का समर्थन करता हूं।
इससे पहले टी राजा सिंह ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को 15 मार्च को लिट्ठी लिखी थी। उन्होंने छत्रपति संभाजी नगर जिले में स्थित मुगल सम्राट औरंगजेब के मकबरे के रखरखाव पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा आवंटित खर्च का विवरण मांगा है।
उन्होंने कहा- आखिर हिंदू राजाओं की हत्या, मंदिरों को तोड़ने वाले और हमारी संस्कृति का दमन करने वाले औरंगजेब के मकबरे पर सरकारी खर्च का क्या औचित्य है? करदाताओं का एक भी रुपया उस तानाशाह की कब्र के रखरखाव पर खर्च नहीं किया जाना चाहिए, जिसने हमारे पूर्वजों को बहुत पीड़ा दी। इसे फौरन रोकना चाहिए।
राउत बोले- ये मराठाओं के शौर्य का स्मारक शिवसेना उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने कब्र विवाद को लेकर भाजपा नेताओं पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- औरंगजेब की कब्र मराठाओं के शौर्य का एक स्मारक है। यह आने वाले पीढ़ी को बताएगा कि किस तरह से शिवाजी महाराज और मराठा सैनिक आक्रांताओं से लड़ते रहे।
बजरंग दल नेता बोले- बाबरी मस्जिद जैसा ही हश्र होगा इससे पहले शनिवार को बजरंग दल के नेता नितिन महाजन ने औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ऐसा करने में विफल रहती है तो इसका भी बाबरी मस्जिद जैसा ही हश्र होगा।
महाजन ने कहा- औरंगजेब की कब्र पर इबादत की जा रही है। संभाजी के हत्यारे की कब्र बनाई जा रही है। जब ऐसी कब्रों पर इबादत की जाती है तो समाज भी उसी तरह विकसित होता है। उस समय हम असहाय थे, लेकिन अब विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल मांग कर रहे हैं कि इसे हटाया जाना चाहिए।
हम जानते हैं कि जब हिंदू समुदाय अपने अस्तित्व को लेकर आंदोलन करता है तो क्या होता है। हम सभी ने देखा कि अयोध्या में बाबरी ढांचे को हटाने के लिए क्या हुआ। अगर सरकार कब्र नहीं हटाती है, तो हम कारसेवा करेंगे।