क्या लोगों का शेयर मार्केट से मोह हो रहा है भंग? जानिए क्या कहते हैं लेटेस्ट डिमैट अकाउंट ओपनिंग के आंकड़े
et March 18, 2025 09:42 AM
नई दिल्ली: भारतीय शेयर मार्केट अपने सितंबर 2024 के उच्चतम स्तर से इस समय 12–13% गिर चुका है. मार्केट में इस समय नेगेटिव सेंटीमेंट है. हल्की सी तेजी आने पर भी प्रॉफिट बुकिंग हो रहा है. इन्वेस्टर्स नया निवेश नहीं कर रहे हैं और बड़े कैश के साथ बैठे हुए हैं. वहीं दूसरी तरफ शेयर बाजार से नए रिटेल इन्वेस्टर भी मौजूदा हालात को देखकर के दूरी बनाए हुए हैं. जो कोरोना महामारी के बाद सबसे तेजी से डिमैट अकाउंट ओपन करने वालों में शामिल थे. मोतीलाल ओसवाल ब्रोकरेज की एक लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक 2023 की मई महीने के बाद अब तक की सबसे कम डिमैट अकाउंट ओपनिंग डाटा रिपोर्ट हुई है. क्या कहता है फरवरी 2025 का जनवरी-फरवरी आंकड़ा?लेटेस्ट आंकड़ों के मुताबिक फरवरी 2025 में करीब 2.3 मिलियन नए डिमैट अकाउंट खुले हैं इससे पहले जनवरी 2025 में 2.8 मिलियन डिमैट अकाउंट ओपन हुए थे. अर्थात महीने दर महीने के आधार पर गिरावट देखी जा रही है.ब्रोकरेज मोतीलाल ओसवाल ने कहा है कि ऐतिहासिक रूप से देखा जाए तो कमजोर मार्केट के परफॉर्मेंस के दौर में डीमैट अकाउंट एडिशन मंदा हो गया है जो रिटेल इन्वेस्टर्स की भागीदारी में एक गिरावट की ओर इशारा कर रही है.मोतीलाल ओसवाल के अनुसार फरवरी महीने में मार्केट ट्रेडिंग एक्टिविटी भी गिर गई है आंकड़ों के मुताबिक एवरेज डेली टर्नअराउंड महीने दर महीने के आधार पर 4 फ़ीसदी से फिसल करके 289 लाख करोड़ रुपए रिपोर्ट हुई है. इसके अलावा 2024 के नवंबर महीने में रेगुलेटरी बॉडी की तरफ से नए फ्यूचर एंड ऑप्शन रेगुलेशन के लागू करने की वजह से भी फ्यूचर एंड ऑप्शन एवरेज डेली टर्नअराउंड में करीब 45 फ़ीसदी की गिरावट देखी गई है.रिटेल कैश एवरेज डेली टर्नअराउंड महीने दर महीने के आधार पर 12 फ़ीसदी से फिसल करके 34200 करोड़ रुपए के लेवल पर रिपोर्ट हुआ है जो कि इंडिविजुअल इन्वेस्टर्स के द्वारा न्यूनतम ट्रेडिंग एक्टिविटी की ओर संकेत कर रही है. रिटेल फ्यूचर एंड ऑप्शन प्रीमियम एवरेज डेली टर्नअराउंड महीने 10 महीने के आधार पर 6 फ़ीसदी से फिसल करके 55900 करोड़ रुपए रिपोर्ट हुआ है. म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की हालतम्यूचुअल फंड इंडस्ट्री भी कमजोर इक्विटी मार्केट की वजह से इस समय डंटों का अनुभव कर रही है आंकड़ों के मुताबिक टोटल म्यूचुअल फंड का एसेट अंडर मैनेजमेंट महीने दर महीने के आधार पर एक फ़ीसदी से फिसलकर 67.6 लाख करोड़ हो गया है. इक्विटी एसेट अंडर मैनेजमेंट महीने दर महीने के आधार पर तीन फ़ीसदी से फिसल करके 28.8 लाख करोड़ रुपए पर रिपोर्ट हुआ है. (डिस्क्लेमर– ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)
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