हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने विधानसभा में अपना पहला बजट प्रस्तुत किया। बजट पेश करने से पहले, उन्होंने संत कबीर कुटीर में बजट की कॉपी पर हस्ताक्षर किए और फिर विधानसभा की ओर बढ़े।
बजट में किसानों के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की गई हैं। धान की सीधी बिजाई करने वाले किसानों को अब अधिक सब्सिडी मिलेगी। पहले यह सब्सिडी 4,000 रुपये प्रति एकड़ थी, जिसे बढ़ाकर 4,500 रुपये प्रति एकड़ कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस पद्धति से पानी की खपत कम होती है और पर्यावरण संरक्षण में मदद मिलती है।
प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। वर्तमान में प्रदेश में लगभग 25 हजार एकड़ में प्राकृतिक खेती हो रही है, जिसे बढ़ाकर 1 लाख एकड़ करने का लक्ष्य रखा गया है।
देशी गाय खरीदने वाले किसानों के लिए सब्सिडी को 25,000 रुपये से बढ़ाकर 30,000 रुपये कर दिया गया है।
पराली प्रबंधन के लिए किसानों को 1,000 रुपये प्रति एकड़ की सब्सिडी को बढ़ाकर 1,200 रुपये प्रति एकड़ कर दिया गया है।
गन्ने की फसल की मशीन से कटाई के लिए हार्वेस्टर पर भी सब्सिडी देने का प्रस्ताव रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने सभी जिलों में बीज परीक्षण लैब स्थापित करने की योजना का ऐलान किया है।
हरियाणा के सभी 22 जिलों में बागवानी मिशन लागू करने का प्रस्ताव भी रखा गया है।
महिलाओं के लिए बजट में एक महत्वपूर्ण योजना का ऐलान किया गया है। अब महिला बागवानों को 1 लाख रुपये तक का कर्ज बिना ब्याज के दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने गोबर खाद को बढ़ावा देने के लिए नई नीति लाने की बात कही है।
मोरनी जैसे पहाड़ी क्षेत्रों के किसानों की आय बढ़ाने के लिए भी एक अलग नीति बनाई जाएगी।
इस बार के बजट में किसानों की भलाई और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है।