प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गब्बार्ड के बीच दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें प्रयागराज में हाल ही में संपन्न महाकुंभ से लाया गया पवित्र जल से भरा एक कलश भेंट किया। तुलसी गबार्ड इस समय कई देशों के दौरे पर हैं। वह फिलहाल भारत में हैं और उनकी एशिया यात्रा 18 मार्च को भारत यात्रा के साथ समाप्त होगी। वह इस अंतरराष्ट्रीय मंच पर सुरक्षा अधिकारियों की बहुपक्षीय बैठक, रायसीना डायलॉग में भाग लेने के लिए भी नई दिल्ली आईं। प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें इस बैठक के लिए आमंत्रित किया था।
भारत ने एसएफजे का मुद्दा उठाया
प्रधानमंत्री मोदी और तुलसी गबार्ड के बीच इस बैठक से पहले उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी बात की। इस चर्चा के दौरान राजनाथ सिंह ने अमेरिका में सक्रिय प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) की भारत विरोधी गतिविधियों पर गहरी चिंता व्यक्त की। सूत्रों के अनुसार, भारत सरकार ने इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है और अमेरिकी खुफिया निदेशक से एसएफजे के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया है। इस बैठक में दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग, खुफिया जानकारी साझा करने और सुरक्षा सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर भी चर्चा हुई।
उल्लेखनीय है कि एसएफजे को भारत सरकार द्वारा एक अवैध संगठन घोषित किया गया है। भारत ने इस संगठन की गतिविधियों को लेकर अमेरिका से सख्त कार्रवाई की मांग की है। तुलसी गब्बार्ड की भारत यात्रा पिछले महीने प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा के बाद हो रही है। बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने तुलसी गबार्ड को भारत-अमेरिका मैत्री का "प्रबल समर्थक" बताया। वहीं, तुलसी गबार्ड ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक को अपने लिए "सम्मान" बताया तथा भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।
प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी खुफिया निदेशक तुलसी गब्बार्ड के बीच हुई इस मुलाकात को भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इसमें सुरक्षा, खुफिया जानकारी साझा करने और आतंकवाद के खिलाफ ठोस कार्रवाई जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई।