भारत में हाइपरलूप ट्रेन: नई यात्रा की शुरुआत
Gyanhigyan March 19, 2025 05:42 AM
भारत में हाइपरलूप ट्रेन का सपना

 

हाइपरलूप ट्रेनें भारत में: कल्पना कीजिए कि आप हवाई जहाज से भी तेज़ी से दिल्ली से मुंबई पहुँच सकते हैं! यह सपना जल्द ही हाइपरलूप ट्रेन के माध्यम से साकार हो सकता है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को बताया कि मद्रास में चल रही महत्वाकांक्षी हाइपरलूप परियोजना में एशिया की सबसे लंबी हाइपरलूप ट्यूब स्थापित की जाएगी, जिसकी लंबाई 410 मीटर होगी, जो इसे दुनिया की सबसे लंबी हाइपरलूप बना देगी।


आईआईटी मद्रास में हाइपरलूप परियोजना का निरीक्षण

हाइपरलूप परियोजना का निरीक्षण: 15 मार्च को, रेलवे, सूचना एवं प्रसारण और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने आईआईटी मद्रास में हाइपरलूप परियोजना का निरीक्षण किया। रेल मंत्री ने बताया कि चेन्नई में एक ‘इंटीग्रल कोच फैक्ट्री’ में हाइपरलूप के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स घटकों का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा, “एशिया की सबसे लंबी हाइपरलूप ट्यूब जल्द ही दुनिया की सबसे लंबी होगी।”


हाइपरलूप की तेज़ गति

1000 किमी प्रति घंटे से अधिक की गति: 2013 में, एलन मस्क ने 'हाइपरलूप अल्फा' नामक एक वॉइट पेपर जारी कर इस विचार को प्रस्तुत किया। हाइपरलूप एक तेज़ गति वाली ट्रेन है जो एक वैक्यूम ट्यूब में चलती है। ट्यूब के अंदर कम हवा के दबाव के कारण, यात्री कैप्सूल 1000 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की गति प्राप्त कर सकते हैं।


हाइपरलूप परियोजना के लिए वित्तीय मंजूरी

8.34 करोड़ रुपये की मंजूरी: ट्यूब के अंदर हवा की कमी के कारण, फ्रिक्शन बहुत कम हो जाता है, जिससे कैप्सूल कम ऊर्जा का उपयोग करके तेज़ गति से आगे बढ़ता है। रेल मंत्रालय ने मई 2022 में IIT मद्रास को भारत में हाइपरलूप सिस्टम और इसके घटकों के निर्माण के लिए 8.34 करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी।

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