अंतरिक्ष मिशन: NASA के दो अंतरिक्ष यात्री, सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर, अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर नौ महीने बिताने के बाद स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल के माध्यम से पृथ्वी लौट रहे हैं। यह वापसी यात्रा रूस के सोयुज अंतरिक्ष यान की तुलना में काफी भिन्न है, जो केवल 3.5 घंटे में पृथ्वी पर लौट आता है, जबकि स्पेसएक्स ड्रैगन को लगभग 17 घंटे लगते हैं। इसके पीछे कई कारण हैं, जिनमें चालक दल की सुरक्षा और लैंडिंग की सटीकता सुनिश्चित करना शामिल है।
स्पेसएक्स का ड्रैगन कैप्सूल सुरक्षित वापसी के लिए नियंत्रित डीऑर्बिट बर्न और पैराशूट का उपयोग करता है। इसके बाद, कैप्सूल की गति को धीरे-धीरे कम किया जाता है ताकि वह सही लैंडिंग स्थल पर स्प्लैशडाउन कर सके। वापसी के दौरान मौसम की स्थिति, समुद्री धाराएं और रिकवरी जहाजों की स्थिति जैसे कारक यह तय करते हैं कि कैप्सूल कहां लैंड करेगा।
रूस के सोयुज और स्पेसएक्स ड्रैगन में अंतर
रूस का सोयुज अंतरिक्ष यान सीधे और तेज़ गति से पृथ्वी पर लौटता है, जबकि स्पेसएक्स ड्रैगन का मार्ग अधिक धीरे-धीरे तय होता है। सोयुज तुरंत पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करता है, जबकि ड्रैगन को पृथ्वी की कई परिक्रमा करनी होती है ताकि लैंडिंग के लिए सबसे उपयुक्त समय और स्थान का चयन किया जा सके। इसके अलावा, सोयुज हमेशा जमीन पर लैंड करता है, जबकि ड्रैगन समुद्र में स्प्लैशडाउन करता है, और मौसम की स्थिति अनुकूल न होने पर लैंडिंग में अधिक समय लग सकता है।मिशन का महत्व और भविष्य
यह वापसी मिशन NASA के वाणिज्यिक चालक दल कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन के बहुपरकारी उपयोग को प्रमाणित करता है। सुनीता और बुच की वापसी, जो पहले केवल एक छोटे परीक्षण मिशन के रूप में निर्धारित की गई थी, अब एक विस्तारित अंतरिक्ष यात्रा के रूप में समाप्त हो रही है। इस मिशन ने न केवल स्पेसएक्स की तकनीकी क्षमता को प्रदर्शित किया, बल्कि बोइंग के स्टारलाइनर मिशन की चुनौतियों को भी उजागर किया, जिसमें बार-बार देरी और तकनीकी खामियां शामिल हैं।वापसी की प्रक्रिया की लाइव-स्ट्रीमिंग
NASA इस मिशन की सभी प्रमुख घटनाओं, जैसे कि ड्रैगन कैप्सूल का अनडॉकिंग, डीऑर्बिट बर्न, और स्प्लैशडाउन, को लाइव-स्ट्रीम कर रहा है। एक बार कैप्सूल सुरक्षित रूप से स्प्लैशडाउन करेगा, तो रिकवरी टीमें अंतरिक्ष यात्रियों को बाहर निकालेंगी और उन्हें ह्यूस्टन के जॉनसन स्पेस सेंटर ले जाएंगी। यह मिशन केवल सुनीता और बुच के लिए ही नहीं, बल्कि भविष्य के अंतरिक्ष यात्रा कार्यक्रम के लिए भी एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।