सामाजिक समरसता के संवर्द्धन का पर्व है नववर्ष उत्सव, हर समाज की हो सहभागिता
Udaipur Kiran Hindi March 20, 2025 12:42 AM

उदयपुर, 19 मार्च . भारतीय नववर्ष सामाजिक समरसता के संवर्द्धन का पर्व है. इस पर्व पर हो रहे उत्सव में हिन्दू समाज का कोई भी घटक शामिल होने से चूकना नहीं चाहिए. इसके लिए सभी समाजों तक पहुंचकर उन्हें नववर्ष उत्सव में भागीदारी का आग्रह करना होगा.

यह आह्वान भारतीय नववर्ष समाजोत्सव समिति के संयोजक डॉ. परमवीर सिंह दुलावत ने यहां शिवाजी नगर स्थित केशव सभागार में आयोजित तैयारी बैठक में समिति कार्यकर्ताओं से किया. उन्होंने कहा कि चाहे विवाह हो, सगाई हो, पूजन हो, गृह प्रवेश हो सभी कार्यों के लिए भारतीय कालगणना के पंचांग से मुहूर्त निकाला जाता है. हिन्दू समाज का हर वर्ग मुहूर्त के अनुसार ही कार्य करता है. हर वर्ग चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को नववर्ष मानकर चैत्र नवरात्रि के अनुष्ठानों का आरंभ परम्परानुसार करता है. मंदिरों में भी कई अनुष्ठान शुरू होते हैं. ऐसे में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का नववर्ष उत्सव घर-घर तक पहुंचना चाहिए और घर-घर से समाजजन इस उत्सव में भागीदारी निभाएं, ऐसा प्रयास करना चाहिए.

बैठक में उदयपुर शहर और समीपवर्ती क्षेत्रों से आए विभिन्न समाजों, संगठनों के प्रतिनिधियों से भी समिति की ओर से आग्रह किया गया कि वे भारतीय नववर्ष के उत्सव में सक्रिय भागीदारी के प्रयास करें. बड़ी संख्या में उपस्थित युवा कार्यकर्ताओं से वाहन रैली को ऐतिहासिक बनाने का आह्वान किया गया. साथ ही, बड़ी संख्या में उपस्थित मातृशक्ति से कलश यात्रा में उदयपुर के हर क्षेत्र की माताओं-बहनों की भागीदारी के प्रयास करने का आग्रह किया गया.

बैठक को समिति के पालक विष्णु शंकर नागदा ने बताया कि समाजोत्सव समिति के तत्वावधान में 28 से 30 मार्च तक होने वाले तीन दिवसीय आयोजनों के तहत विभिन्न धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रम होंगे. उन्होंने विभिन्न कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की और विभिन्न व्यवस्थाओं के लिए सहसंयोजक व समन्वयकों का परिचय कराया.

बैठक में 29 मार्च को होने वाली वाहन रैली व 30 मार्च को होने वाली मुख्य शोभायात्रा के लिए मार्गों को भगवा पताकाओं से सजाने, सामाजिक व राष्ट्रीय जागरूकता के विषयों की झांकियों के निर्माण, ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए शीतल पेय व अल्पाहार की व्यवस्था, मुख्य शोभायात्रा के बाद भोजन प्रसाद वितरण की व्यवस्था आदि पर चर्चा की गई. साथ ही, 28 मार्च सायंकाल नगर निगम में होने वाले स्थानीय प्रतिभाओं के कार्यक्रम के लिए विद्यालयों व महाविद्यालयों से उत्कृष्ट प्रस्तुतियों के लिए प्रयास करने का आग्रह किया गया. बैठक में पूर्व संयोजक रविकांत त्रिपाठी भी अतिथि के रूप में उपस्थित थे.

भारतीय नववर्ष कार्यक्रमों का शुभारंभ 28 मार्च 2025, शुक्रवार को प्रातः 7.30 बजे भव्य शंखनाद घोषवादन से किया जाएगा. यह आयोजन शहर के प्रमुख मंदिरों जैसे बोहरा गणेशजी मंदिर, जगदीश मंदिर, गुरुद्वारा सचखण्ड दरबार सिक्ख कॉलोनी, रामदेव मंदिर ठक्करबापा कॉलोनी, जैन मंदिर सेक्टर-4, एकलव्य कॉलोनी खेड़ादेवी मंदिर में किया जाएगा. घोषवादन के लिए उन समाजों से भी आग्रह किया जा रहा है जिनके पास समाज के घोषदल तैयार हैं. समाजों से उनके चयनित स्थल पर घोषवादन का आग्रह किया जा रहा है.

उसी दिन 28 मार्च 2025, शुक्रवार को सायं 6 बजे नगर निगम प्रांगण में स्थानीय प्रतिभाओं का प्रकटीकरण समारोह होगा. इस अवसर पर स्थानीय प्रतिभाओं की लोक संस्कृति और राष्ट्रप्रेम से ओत-प्रोत प्रस्तुतियों का प्रस्तुतीकरण होगा.

नववर्ष उत्सव के तहत 29 मार्च 2025, शनिवार को सायं 4 बजे विशाल भगवा युवा वाहन रैली का आयोजन किया जाएगा. यह रैली फतेह स्कूल से प्रारंभ होकर सूरजपोल, हाथीपोल, चेतक सर्कल, लोक कला मंडल, मीरा कन्या महाविद्यालय, कोर्ट चौराहा, शास्त्री सर्कल, शक्तिनगर, टाउन हॉल तक निकाली जाएगी. वाहन रैली कार्यक्रम में बेणेश्वर धाम के पीठाधीश अच्युतानंद महाराज का सान्निध्य प्राप्त होगा.

30 मार्च 2025, रविवार को भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया जाएगा, जो दोपहर 3 बजे गांधी ग्राउंड से प्रारंभ होकर हाथीपोल, देहलीगेट, बापू बाजार, सूरजपोल, टाउन हॉल नगर निगम प्रांगण तक निकाली जाएगी. इस शोभायात्रा में पारंपरिक वेशभूषा में सुसज्जित झांकियां, अखाड़े, धार्मिक ध्वज, ढोल-नगाड़े और विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियां शामिल होंगी. सायं 7 बजे से नगर निगम प्रांगण में भव्य भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रसिद्ध भजन गायक प्रकाश माली अपनी मधुर प्रस्तुति देंगे. इस मुख्य आयोजन में बड़ीसादड़ी स्थित गोपाल पुरुषोत्तम आश्रम के पीठाधीश सुदर्शनाचार्य महाराज तथा झाड़ोल स्थित मांकड़ादेव धाम के गुलाबदास महाराज का सान्निध्य प्राप्त होगा.

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/ सुनीता

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