Lifestyle: आजकल, हाई हील्स केवल एक फैशन आइटम नहीं रह गई हैं, बल्कि यह एक स्टाइल स्टेटमेंट बन चुकी हैं। इन्हें पहनने से महिलाएं आत्मविश्वास और ग्रेसफुलनेस का अनुभव करती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हाई हील्स का मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ सकता है?
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन में बताया गया है कि हाई हील्स पहनने से महिलाओं की चाल धीमी हो सकती है, संतुलन में कमी आ सकती है, और घुटनों व रीढ़ पर दबाव बढ़ सकता है। हालांकि, यह आत्मविश्वास को भी बढ़ा सकती हैं और बॉडी लैंग्वेज को सुधार सकती हैं।
अनुसंधान से पता चलता है कि जो महिलाएं नियमित रूप से हाई हील्स पहनती हैं, वे फ्लैट फुटवियर पहनने वालों की तुलना में तीन गुना अधिक तनाव और पीठ दर्द का सामना करती हैं। जब शरीर में दर्द होता है, तो मस्तिष्क तनाव हार्मोन 'कोर्टिसोल' का अधिक उत्पादन करता है, जिससे मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
कई फैशन और सेल्फ-इमेज विशेषज्ञों का मानना है कि हाई हील्स पहनने से महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ता है। एक अध्ययन में यह पाया गया कि हाई हील्स पहनने वाली महिलाएं अधिक आत्मनिर्भर और आकर्षक मानी जाती हैं। मनोवैज्ञानिक डॉ. अनिल सिंह शेखावत के अनुसार, जब हम ऐसा पहनते हैं जो हमें पसंद है, तो हमारा मस्तिष्क इसे 'पॉजिटिव स्टिमुलस' के रूप में पहचानता है, जिससे डोपामाइन का स्राव होता है और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
हाई हील्स पहनना गलत नहीं है, लेकिन इसे रोजाना पहनने से आपकी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। यदि आप हाई हील्स की शौकीन हैं, तो सही तरीके अपनाकर इसे बैलेंस करना आवश्यक है। थोड़ी सावधानी बरतने से न केवल आपका स्टाइल बना रहेगा, बल्कि आपकी सेहत भी सही रहेगी।