लाइव हिंदी खबर:- आज हम समोसे के बारे में चर्चा करेंगे, जो कि एक लोकप्रिय स्नैक है, लेकिन इसके अत्यधिक सेवन से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। समोसा सभी को पसंद है, लेकिन इसके इतिहास के बारे में शायद ही किसी को जानकारी हो। समोसे का इतिहास लगभग 2000 साल पुराना है।
जब आर्य भारत में आए, तब समोसे का भी आगमन हुआ। इसके बाद, जब पुर्तगालियों ने आलू लाया, तो समोसे में बदलाव आया। आलू और मसालों को मिलाकर इसे तेल में तला जाने लगा, जिससे समोसे का स्वरूप बदल गया। हालांकि, समोसे के सेवन से कई स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं।
समोसे को तले जाने के लिए अक्सर पुराने तेल का उपयोग किया जाता है, जो मोटापे का कारण बन सकता है। गर्मियों में आलू बासी हो जाता है, जिससे खाने से बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है। भारत में समोसे को विभिन्न राज्यों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है और इसे विभिन्न सामग्रियों से भरा जाता है, जैसे आलू, ड्राई फ्रूट्स, या खोवा।
हालांकि, समोसा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है, लेकिन आप इसे घर पर बना सकते हैं ताकि स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े। इसके लिए आलू को छोटे टुकड़ों में काटें या उबालकर सब्जी बना लें। फिर मैदा में तेल डालकर उसे गूंथ लें और 15 मिनट तक ढककर रखें।
समोसे को धीमी आंच पर तले, जब तेल हल्का गर्म हो। ध्यान रखें कि समोसे के सेवन से पेट खराब, डायरिया, उल्टी, और चक्कर आना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, इसे घर पर बनाकर ही खाएं।