क्या आपने एक साथ ले लिया है दो लोन, अब क्या करना होगा कि कर्ज बोझ न बने और जल्दी से बिना किसी टेंशन के चुका पाएं

नई दिल्ली: होम लोन और कार लोन एक साथ लेना वित्तीय रूप से भारी पड़ सकता है, लेकिन सही रणनीति बनाकर आप इन्हें जल्दी चुका सकते हैं.अगर कार लोन की ब्याज दर ज्यादा है, तो उसे पहले चुकाने पर फोकस करें, क्योंकि इससे कुल ब्याज का बोझ कम होगा. अगर कार लोन की राशि कम है, तो उसे जल्दी खत्म करके एक EMI से मुक्ति पाएं. जिसके बाद होम लोन पर ध्यान देना आसान होगा. अपनी वित्तीय स्थिति को समझेआय और खर्च: अपनी मासिक आय और जरूरी खर्चों की लिस्ट बनाएं. यह देखें कि EMI के बाद कितना पैसा बचता है.लोन की डिटेल्स: दोनों लोन्स की ब्याज दर, EMI और बाकी अवधि नोट करें. आमतौर पर होम लोन की ब्याज दर (8-9%) कार लोन (9-12%) से कम होती है.लंपसम पेमेंट: बोनस, टैक्स रिफंड, या कोई अतिरिक्त आय मिले तो उसे लोन के प्रिंसिपल में डालें. ज्यादातर बैंक प्रीपेमेंट पर कोई चार्ज नहीं लेते.EMI बढ़ाएं: EMI बढ़ाने की कोशिश करें, इससे लोन का समय कम होगा. जैसे कि 10 लाख का कार लोन (10% ब्याज, 5 साल) की EMI करीब 21,000 रुपये होगी. हर महीने 5,000 रुपये अतिरिक्त देने से यह 3 साल में खत्म हो सकता है.
लोन रिफाइनेंसिंगकम ब्याज दर: अगर मौजूदा ब्याज दरें ज्यादा हैं, तो किसी दूसरे बैंक से कम दर पर लोन ट्रांसफर करें. उदाहरण के लिए, अगर कार लोन 11% पर है और कोई बैंक 9% ऑफर करता है, तो यह फायदेमंद हो सकता है.होम लोन टॉप-अप: कुछ बैंक होम लोन के साथ टॉप-अप लोन देते हैं, जिसकी ब्याज दर कम होती है. इसका इस्तेमाल कार लोन चुकाने के लिए करें.
इमरजेंसी फंड रखेंकर्ज चुकाने की जल्दी में सारी बचत खत्म न करें. 3-6 महीने के खर्च के बराबर इमरजेंसी फंड जरूर रखें.