किशनी में एक दुल्हन की सुहागरात का माहौल अचानक बदल गया। दुल्हन ने जब दूध का गिलास लेकर बिस्तर पर कदम रखा, तो कुछ ही समय बाद उसका मूड बिगड़ गया। आधी रात को उसने शोर मचाना शुरू कर दिया, जिसके बाद परिवार के सदस्य दौड़ पड़े। दुल्हन ने आरोप लगाया कि उसका पति नपुंसक है और वह उसके साथ नहीं रहना चाहती। रात के साढ़े तीन बजे उसने अपने मायके वालों को भी बुला लिया।
यह घटना किशनी थाना क्षेत्र के ग्राम पंचमपुर की है। दीपेंद्र, जो वीरेंद्र सिंह शाक्य का बेटा है, की शादी 2 मार्च को सुधा से हुई थी, जो निलोई जसवंतनगर इटावा की निवासी है। 3 मार्च को दीपेंद्र ने सुधा को विदा कराकर घर लाया। रात 11:30 बजे तक संगीत का कार्यक्रम चला, लेकिन उसके बाद सुधा ने पति के पास जाकर हंगामा शुरू कर दिया।
दुल्हन ने अपने मायके फोन किया, जिसके बाद 20-22 लोग सुबह ससुराल पहुंच गए और उसे जबरन ले जाने की कोशिश की।
पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाया और समझौते के प्रयास किए, लेकिन बात नहीं बनी। दीपेंद्र और सुधा के पिता ने पुलिस को लिखित में तहरीर दी, जिसमें दुल्हन के मायके जाने की बात कही गई। थाना प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों की सहमति से दुल्हन को मायके भेज दिया गया है। यदि कोई तहरीर आएगी, तो कार्रवाई की जाएगी।