नई दिल्ली। आतंकवादी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) ने गणतंत्र दिवस समारोह को निशाना बनाने की चेतावनी दी है, जिसके चलते दिल्ली में सुरक्षा को और अधिक कड़ा किया गया है। SFJ के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर कहा है कि वे राजपथ पर अपने 'खालिस्तान निगरानी दस्ते' को भेजेंगे। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों में रहें और बच्चों को परेड में न भेजें।
पन्नू ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री के हिंदुत्व शासन के खिलाफ तिरंगा फहराने से रोकने के लिए खालिस्तानी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने तिरंगा फहराने वाले को 1.25 लाख अमेरिकी डॉलर का इनाम देने की घोषणा की है।
पन्नू की धमकी के बाद, दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस समारोह और निष्पक्ष चुनाव को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए सभी आवश्यक सावधानियां बरती हैं। विशेष आयुक्त कानून एवं व्यवस्था, रवींद्र सिंह यादव ने बताया कि परेड के मार्ग की नियमित जांच की जा रही है और बम निरोधक दस्ते की मदद से व्यस्त क्षेत्रों की निगरानी की जा रही है।
दिल्ली में संदिग्ध तत्वों के प्रवेश को रोकने के लिए सीमाओं को सील करने के लिए पड़ोसी राज्यों की पुलिस के साथ समन्वय बैठक आयोजित की गई थी। पुलिस आने वाले लोगों और वाहनों पर नजर रख रही है। इसके अलावा, शराब की जमाखोरी करने वालों की भी जांच की जा रही है। किरायेदारों के सत्यापन की प्रक्रिया को तेज किया गया है, और सिम कार्ड तथा सेकेंड-हैंड कार डीलरों को सतर्क किया गया है।
गृह मंत्रालय ने जुलाई 2020 में पन्नू को देशद्रोह और अलगाववाद के आरोप में आतंकवादी घोषित किया था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने उन पर आपराधिक साजिश रचने और धर्म के आधार पर दुश्मनी बढ़ाने के आरोप में केस दर्ज किया है। इससे पहले, SFJ ने प्रयागराज में 'महाकुंभ' को निशाना बनाने की धमकी दी थी। पिछले हफ्ते, यूएपीए ट्रिब्यूनल ने SFJ पर पांच साल के लिए प्रतिबंध लगाने की अधिसूचना की पुष्टि की।