बाड़मेर। बालोतरा में हिंदुस्तान पेट्रोलियम की रिफाइनरी में 20 घंटे से लेपर्ड ने आतंक मचा रखा है। लेपर्ड अटैक में रिफाइनरी के दो कर्मचारी घायल हुए हैं। जोधपुर से बुलाई गई रेस्क्यू टीम भी उसे पकड़ नहीं सकी है मंगलवार शाम करीब चार बजे रिफाइनरी कैंपस में घुसा लेपर्ड बुधवार सुबह कुछ मिनट के लिए बाहर आया, लेकिन फिर अंदर कूद गया। हमले में घायल युवक रंजन कुमार ने बताया कि वो एक निर्माणाधीन कॉम्पलेक्स में छिपकर बैठा था। उसने अचानक ही हमला कर दिया। हमले में उसके हाथ और पीठ पर चोट लगी है।
वहीं एक अन्य युवक की कमर पर उसने वार किया है। दोनों के चिल्लाने की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे बाकी कर्मचारियों ने उन्हें बचाया। लेपर्ड की जानकारी के बाद पूरी रिफाइनरी में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई। रात करीब आठ बजे जोधपुर से आई रेस्क्यू टीम ने भी लेपर्ड को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वो नाकाम रही। लेपर्ड आने की सूचना के बाद मंगलवार रात में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया था। लेकिन, देर रात इसे रोक दिया गया। वन विभाग के अधिकारी उमरावसिंह ने बताया कि बुधवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे लेपर्ड रिफाइनरी से बाहर निकल गया था। लेकिन 7-8 मिनट बाद ही लेपर्ड तारबंदी की दीवार फांदकर वापस रिफाइनरी में घुस गया है। इसके बाद दोबारा सुबह छह बजे रिफाइनरी के ग्रीन बेल्ट वाले एरिया में रेस्क्यू शुरू किया गया है।