भारत-बांग्लादेश संबंध: पीएम मोदी ने मुहम्मद यूनुस को भेजा शुभकामना पत्र
newzfatafat March 27, 2025 04:42 PM
भारत की बांग्लादेश के प्रति प्रतिबद्धता

दिल्ली और ढाका के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बावजूद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस को पत्र लिखकर उन्हें स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। उन्होंने भारत की बांग्लादेश के साथ साझेदारी को मजबूत करने की प्रतिबद्धता को दोहराया। पीएम मोदी ने यह भी स्पष्ट किया कि दोनों देशों के संबंधों को 'एक-दूसरे के हितों और चिंताओं के प्रति पारस्परिक संवेदनशीलता' पर आधारित होना चाहिए।


पीएम मोदी का संदेश क्या बोले पीएम मोदी?  

प्रधानमंत्री ने पत्र में लिखा, "महामहिम, मैं बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस पर आपको और आपके लोगों को शुभकामनाएं देता हूं।" उन्होंने कहा कि यह दिन हमारे साझा इतिहास और बलिदानों का प्रतीक है, जिसने द्विपक्षीय साझेदारी की नींव रखी है। पीएम मोदी ने बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम की भावना को हमारे संबंधों का मार्गदर्शक बताया, जो कई क्षेत्रों में फल-फूल रही है और हमारे लोगों को लाभ पहुंचा रही है।


उन्होंने आगे कहा कि हम शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए अपनी साझा आकांक्षाओं से प्रेरित होकर इस साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। महामहिम, कृपया मेरे सर्वोच्च विचार के आश्वासन को स्वीकार करें।


सांप्रदायिक दंगों की चिंता यूनुस सरकार में हुए सांप्रदायिक दंगे

भारत की पुरानी सहयोगी शेख हसीना की आवामी लीग सरकार के गिरने के बाद, दोनों देशों के बीच संबंधों में खटास आ गई है। वर्तमान अंतरिम सरकार का नेतृत्व नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस कर रहे हैं। भारत ने अल्पसंख्यकों पर हमलों की बढ़ती घटनाओं को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है, जबकि ढाका का कहना है कि ये हमले राजनीतिक प्रेरित हैं, न कि सांप्रदायिक।


विदेश सचिव का दौरा दिसंबर में विदेश सचिव ने किया था ढाका का दौरा

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने बताया कि केंद्र विभिन्न स्तरों पर अंतरिम सरकार के साथ संवाद कर रहा है। दिसंबर में विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बांग्लादेश का दौरा किया और अल्पसंख्यकों पर हमलों को लेकर नई दिल्ली की चिंताओं को साझा किया। बांग्लादेशी विदेश सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन के साथ बैठक में मिसरी ने धार्मिक स्थलों पर हमलों को 'खेदजनक' बताया।


भारत और बांग्लादेश के संबंध 1971 में पाकिस्तान से मुक्ति के लिए समर्थन पर आधारित हैं। ढाका भू-राजनीतिक दृष्टि से दिल्ली के लिए महत्वपूर्ण है और दोनों देशों के बीच गहरे व्यापारिक संबंध भी हैं।


© Copyright @2025 LIDEA. All Rights Reserved.