इन बीमारियों का आपके स्पर्म काउंट पर पड़ सकता है असर, डॉक्टर से जानें कैसे करें बचाव
GH News April 01, 2025 11:05 AM

कुछ बीमारियां ऐसी होती है, जिनका असर हमारे स्पर्म काउंट पर पड़ सकता है, आइए इनके बारे में डॉक्टर से जानते हैं.

स्पर्म काउंट किसी भी पुरुष के रिप्रोडक्शन क्षमता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. डॉ. आस्था दयाल (डायरेक्टर – आब्सटेट्रिक्स और गायनेकोलॉजी , सी के बिरला हॉस्पिटल गुरुग्राम) ने बताया कि यह जानना जरूरी है कि कुछ बीमारियां और स्वास्थ्य स्थितियां आपके स्पर्म काउंट को प्रभावित कर सकती हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में.

  • 1. मोटापा- डॉ. आस्था दयाल ने बताया कि मोटापा शरीर में हार्मोनल असंतुलन पैदा कर सकता है, जिससे टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो सकता है. इससे स्पर्म की क्वालिटी और मात्रा प्रभावित हो सकती है.
  • 2. डायबिटीज- डायबिटीज से पीड़ित पुरुषों में अक्सर स्पर्म की क्वालिटी और मोटिलिटी में कमी देखी जाती है. हाई ब्लड शुगर से नसों और आर्टरीज को नुकसान पहुंच सकता है, जो स्पर्म प्रोडक्शन पर असर डालता है.
  • 3. वैरिकोसील (Varicocele): यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें अंडकोष (testicles) में ब्लड वेसल्स सूज जाती हैं. यह समस्या पुरुषों में इनफर्टिलिटी की मुख्य वजहों में से एक है और स्पर्म काउंट को कम कर सकती है.
  • 4. इन्फेक्शन : जिन्हें मंप्स, गोनोरिया, या क्लैमाइडिया जैसे इन्फेक्शन होते हैं, उनका स्पर्म प्रोडक्शन प्रभावित हो सकता है. ये इन्फेक्शन अंडकोष को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
  • 5. स्ट्रेस : लंबे समय तक मानसिक तनाव रहना भी स्पर्म काउंट पर नेगेटिव प्रभाव डाल सकता है. तनाव से हार्मोन का स्तर बिगड़ सकता है, जिससे स्पर्म की संख्या घट सकती है.

प्रिवेंशन-

  • स्वस्थ आहार लें: फलों, सब्जियों, और प्रोटीन से भरपूर भोजन करें.
  • एक्सरसाइज करें: नियमित एक्सरसाइज करने से वजन कण्ट्रोल में रहता है और टेस्टोस्टेरोन का स्तर सही रहता है.
  • तनाव से बचें: मैडिटेशन और योग करें
  • धूम्रपान और शराब से बचें: ये आदतें स्पर्म की क्वालिटी को खराब करती हैं.

स्पर्म काउंट का अच्छा रहना केवल रिप्रोडक्शन क्षमता के लिए नहीं, बल्कि आपकी पूरी सेहत के लिए भी जरूरी है. सही जीवनशैली अपनाकर और समय पर इलाज कराकर आप अपने स्पर्म काउंट को सुरक्षित रख सकते हैं.

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