जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का होना आवश्यक है। लेकिन कई बार प्रयासों के बावजूद हम इन चीजों को प्राप्त नहीं कर पाते। ऐसे में वास्तु शास्त्र के अनुसार कुछ विशेष कार्य सुबह उठते ही करने से दिन बेहतर बन सकता है। जैसे कि सूर्योदय से पहले बिस्तर छोड़ना शुभ माना जाता है। इसके अलावा, सुबह के छह अन्य कार्य भी हैं जो जीवन में खुशियाँ लाते हैं।
सुबह उठते ही सबसे पहले अपनी हथेलियों का दर्शन करना चाहिए। मान्यता है कि हथेलियों में भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और मां सरस्वती का वास होता है। इसलिए, सुबह इनका दर्शन करने से दिनभर सकारात्मकता बनी रहती है। यह आपके भाग्य को भी जागृत करता है और नकारात्मक शक्तियों को दूर रखता है।
धरती को मां का दर्जा दिया गया है, इसलिए सुबह उठते ही धरती माता को प्रणाम करना चाहिए। इसके बाद ही अपने कदम धरती पर रखना चाहिए। इससे आपके ऊपर धरती माता की कृपा बनी रहती है और जीवन में सकारात्मकता बनी रहती है।
सुबह स्नान करने के बाद तांबे के कलश में जल भरकर सूर्यदेव को अर्पित करना शुभ होता है। इससे आपके सभी कार्य समय पर होते हैं और जीवन में कोई बाधा नहीं आती। यह आपके दुखों को दूर करता है और सुख को बढ़ाता है।
सुबह स्नान के बाद पूजा करने से पहले यह सुनिश्चित करें कि आपका पूजा घर स्वच्छ और व्यवस्थित हो। यदि पूजा घर साफ नहीं है, तो नकारात्मक ऊर्जा फैल सकती है। स्वच्छता से भगवान की कृपा प्राप्त होती है।
सुबह का भोजन बनाते समय पहली रोटी गाय माता को बनानी चाहिए। गाय में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है। उनकी सेवा करने से जीवन के कई दुख दूर होते हैं और आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
जब भी आप सुबह घर से बाहर जाएं, तो दही-शक्कर का सेवन करें। इससे आपके अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा और आपके कार्य में मन लगेगा। यह सफलता की संभावनाओं को बढ़ाता है।