जोधपुर जिले के बोरानाडा में एक घर के कमरे में रविवार को दो छोटे भाई-बहन स्कूल की ड्रेस में फंदे पर लटके पाए गए। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में भय का माहौल बना दिया है। पुलिस के अनुसार, एक वृद्ध ने दो-तीन दिन पहले इन बच्चों का अपहरण किया और फिर उन्हें फंदे पर लटका कर हत्या कर दी। इसके बाद आरोपी ने कमरे और मकान को बंद कर फरार हो गया।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त पश्चिम, निशांत भारद्वाज ने जानकारी दी कि बिहार के एक श्रमिक ने 15-20 वर्षों से अपनी पत्नी के साथ जोधपुर के बोरानाडा में निवास किया है। उनके 13 वर्षीय बेटी और 8 वर्षीय बेटे का शुक्रवार को स्कूल जाने के लिए फैक्ट्री से निकलना हुआ। इसके बाद से दोनों बच्चे लापता हो गए। माता-पिता ने शाम तक उनकी खोज की, लेकिन जब बच्चे नहीं मिले, तो उन्होंने शनिवार रात बोरानाडा थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई।
रविवार सुबह, बोरानाडा क्षेत्र में एक बंद कमरे में दोनों बच्चों के शव फंदे पर लटके हुए पाए गए। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ताला तोड़कर कमरे में प्रवेश किया, जहां दोनों बच्चों के शव लटके हुए थे। पुलिस ने अन्य अधिकारियों को भी बुलाया और जांच शुरू की। शवों को एम्स मोर्चरी में भेजा गया। आरोपी श्याम सिंह भाटी (70) की तलाश जारी है।
सहायक पुलिस आयुक्त बोरानाडा, आनंद सिंह राजपुरोहित ने बताया कि बच्चों के पिता ने 15-20 वर्षों से बोरानाडा में रहकर चूड़ियों की फैक्ट्री में काम किया। श्याम सिंह भाटी, जो पहले उसी फैक्ट्री में मुनीम था, ने एक साल पहले काम छोड़ दिया था। बाद में उसने बच्चों के पिता से साझेदारी में फैक्ट्री शुरू करने का प्रस्ताव दिया। लेकिन पैसे के विवाद के कारण एक महीने पहले उन्होंने साझेदारी खत्म कर दी।
दोनों बच्चे शुक्रवार को स्कूल जाने के लिए फैक्ट्री से निकले थे। संभावना है कि श्याम सिंह ने उन्हें बहला-फुसलाकर अपहरण किया। कुछ समय बाद, वह उन्हें अपने किराए के मकान में ले गया, जहां उसने उन्हें फंदे पर लटका कर हत्या कर दी और फिर बाहर से ताला लगाकर भाग गया। पुलिस ने फलोदी और अन्य संभावित स्थानों पर आरोपी की खोज की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला।