महिलाओं के लिए मातृत्व का अनुभव बेहद खास होता है। जब वे मां बनती हैं, तो उन्हें कई स्वास्थ्यवर्धक चीजें दी जाती हैं, ताकि गर्भ में पल रहे बच्चे को आवश्यक पोषण मिल सके। लेकिन यह केवल गर्भावस्था तक सीमित नहीं है; डिलीवरी के बाद भी महिलाओं को पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। बच्चे को जन्म देने के बाद, महिला का शरीर काफी कमजोर हो जाता है और उसे स्वस्थ आहार की आवश्यकता होती है।
डिलीवरी के बाद, मां को नवजात को अपना दूध पिलाना होता है, जो उसकी पोषण संबंधी जरूरतों को और बढ़ा देता है। इसीलिए, कई परिवारों में सास, दादी या नानी डिलीवरी के बाद मां को गोंद के लड्डू बनाने की सलाह देती हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि ये लड्डू क्यों महत्वपूर्ण हैं? आज हम इस रहस्य को उजागर करेंगे।
गोंद की कई किस्में होती हैं, जिनमें कीकर और बबूल की गोंद सबसे लाभकारी मानी जाती है। ये आसानी से बाजार में उपलब्ध हैं और ऑनलाइन भी खरीदी जा सकती हैं। गोंद के लड्डू बनाने में देसी घी, मेवे और अन्य पौष्टिक सामग्री का उपयोग किया जाता है, जिससे ये लड्डू कैलोरी और पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
1. हड्डियों को मजबूत बनाना: डिलीवरी के बाद महिलाओं की रीढ़ की हड्डी कमजोर हो जाती है। गोंद के लड्डू खाने से हड्डियों को मजबूती मिलती है।
2. इम्यूनिटी में सुधार: डिलीवरी के बाद महिलाओं का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। गोंद के लड्डू खाने से इम्यूनिटी बढ़ाई जा सकती है, जो सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों से बचाती है।
3. त्वचा में निखार: डिलीवरी के बाद महिलाओं की त्वचा प्रभावित होती है। गोंद के लड्डू खाने से त्वचा में निखार आता है और नमी बनी रहती है।