राजस्थान के अलवर जिले में स्थित सरिस्का टाइगर रिजर्व, वाइल्डलाइफ प्रेमियों और प्रकृति के करीब समय बिताने के इच्छुक लोगों के लिए एक आदर्श वीकेंड डेस्टिनेशन है। दिल्ली से लगभग 200 किलोमीटर दूर, यह जगह दो दिन की छोटी यात्रा के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। यहां जंगल सफारी के जरिए बाघों को पास से देखने का रोमांचक अनुभव लिया जा सकता है।
1. सड़क मार्ग से यात्रादिल्ली से सरिस्का जाने का सबसे सुविधाजनक तरीका है रोड ट्रिप। एनएच-48 से होते हुए गुरुग्राम के रास्ते 4 से 5 घंटे में सरिस्का पहुंचा जा सकता है। सुबह जल्दी निकलने पर ट्रैफिक से बचा जा सकता है। टैक्सी का किराया लगभग 3,000 से 5,000 रुपये तक हो सकता है। रास्ते में ढाबों पर रुककर आप राजस्थान की प्रसिद्ध दाल बाटी चूरमा का स्वाद भी ले सकते हैं।
2. बस सेवा द्वारादिल्ली के कश्मीरी गेट आईएसबीटी से राजस्थान रोडवेज (RSRTC) और अन्य निजी बसें अलवर के लिए उपलब्ध हैं। सफर 4 से 5 घंटे का होता है और किराया 200 से 400 रुपये के बीच रहता है। अलवर पहुंचने के बाद आप टैक्सी या ऑटो लेकर सरिस्का जा सकते हैं।
3. ट्रेन से कैसे जाएंयदि आप बजट में यात्रा करना चाहते हैं तो नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से अलवर जंक्शन तक ट्रेन लें। यह स्टेशन सरिस्का से लगभग 35 किलोमीटर दूर है। अजमेर शताब्दी और राजस्थान संपर्क क्रांति जैसी ट्रेनें नियमित रूप से चलती हैं। टिकट का खर्च 500 से 1,200 रुपये के बीच हो सकता है। अलवर स्टेशन से टैक्सी या लोकल बस के जरिए आप सरिस्का पहुंच सकते हैं।
घूमने का सही समयसरिस्का टाइगर रिजर्व घूमने के लिए अक्टूबर से मार्च तक का समय सबसे उपयुक्त होता है। इस दौरान मौसम सुहावना रहता है और बाघों, तेंदुओं सहित अन्य वन्य जीवों को देखने की संभावना अधिक होती है। सफारी के लिए पहले से बुकिंग करना बेहतर रहता है। जीप सफारी का खर्च लगभग 4,000 से 5,000 रुपये और कैंटर सफारी का खर्च 1,500 से 2,000 रुपये के बीच होता है। सफारी सुबह और शाम दोनों समय उपलब्ध रहती है।
रुकने की व्यवस्थासरिस्का के आसपास कई हैरिटेज होटल और बजट गेस्टहाउस उपलब्ध हैं। यात्रा पर जाते समय अपने साथ पानी की बोतल, दूरबीन और कैमरा जरूर रखें। अरावली की पहाड़ियों के बीच स्थित यह इलाका जैव विविधता से भरपूर है, जो आपकी यात्रा को हमेशा के लिए यादगार बना देगा।
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