झारखंड के धनबाद जिले के एक निजी विद्यालय में 80 छात्राओं को कथित तौर पर शर्ट उतारने के लिए कहा गया। शनिवार, 11 जनवरी, 2025 को एक अधिकारी ने जानकारी दी कि स्कूल की प्रिंसिपल पर आरोप है कि उन्होंने 10वीं कक्षा की छात्राओं को शर्ट उतारकर संदेश लिखने का आदेश दिया। प्रशासन ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। आरोप है कि छात्राओं को बिना शर्ट के ब्लेजर पहनकर घर लौटने के लिए मजबूर किया गया।
धनबाद की डिप्टी कमिश्नर, माधवी मिश्रा ने बताया कि यह घटना शुक्रवार को जोड़ापोखर थाना क्षेत्र के डिगवाडीह स्थित स्कूल में हुई। छात्राओं की शिकायत के बाद अभिभावक नाराज हो गए हैं। अभिभावकों ने डीसी से शिकायत की है, जिसमें उन्होंने कहा कि 10वीं की छात्राएं परीक्षा के बाद एक-दूसरे की शर्ट पर संदेश लिखकर 'पेन डे' मना रही थीं। इस पर प्रिंसिपल ने आपत्ति जताई और छात्राओं से शर्ट उतारने को कहा। हालांकि, बाद में उन्होंने इस घटना के लिए माफी मांगी। अभिभावकों ने बताया कि सभी छात्राओं को बिना शर्ट के ब्लेजर पहनाकर घर भेज दिया गया।
डिप्टी कमिश्नर माधवी मिश्रा ने कहा कि कई अभिभावकों ने प्रिंसिपल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कुछ पीड़ित छात्राओं से भी बातचीत की। प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया है और जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया है। इस समिति में अनुमंडल दंडाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी। शनिवार को जब अभिभावकों ने प्रिंसिपल के खिलाफ शिकायत की, तो डीसी कार्यालय में झरिया विधायक रागिनी सिंह भी मौजूद थीं। विधायक ने इस घटना को शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण बताया।