सरकार का कहना है कि ऑनलाइन गेमिंग नियम कानूनी खामियों के कारण लागू नहीं हो सकते | CliqExplainer
Cliq India March 29, 2025 08:42 PM

सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने मद्रास हाई कोर्ट को बताया कि 2021 के सूचना प्रौद्योगिकी नियमों में ऑनलाइन गेमिंग से संबंधित प्रावधान फिलहाल लागू नहीं हो सकते हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि मंत्रालय ने अभी तक स्व-नियामक निकाय (SRBs) की नियुक्ति नहीं की है, जैसा कि इन नियमों में निर्धारित है। यह बयान तमिलनाडु राज्य के ऑनलाइन जुआ और ऑनलाइन गेम्स (नियमन) अधिनियम, 2022, को चुनौती देने वाली याचिका के जवाब में दिया गया था, जिसमें वास्तविक पैसे के गेम्स खेलने के लिए आधार-आधारित KYC (जानकारी का सत्यापन) अनिवार्य किया गया है।

तमिलनाडु सरकार के नियमों पर विवाद

तमिलनाडु सरकार के नियमों में ऐसे गेम्स को मध्यरात्रि से सुबह 5 बजे तक खेलने पर प्रतिबंध है। गेमिंग कंपनियों जैसे Play Games 24X7, Junglee Games, और Head Digital Works (जो A23 प्लेटफॉर्म चलाती है) ने राज्य के नियमों को चुनौती दी है। इन कंपनियों का मुख्य विवाद आधार-आधारित सत्यापन और OTP-आधारित प्रमाणीकरण की अनिवार्यता है। इसके अतिरिक्त, गेमिंग घंटों पर प्रतिबंध भी इन कंपनियों को परेशानी में डाल रहा है।

स्व-नियामक निकायों की नियुक्ति की आवश्यकता

संशोधित सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थ दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया नैतिकता कोड) नियम, 2021 के तहत ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों को गेमिंग मध्यस्थ के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इन नियमों के अनुसार, MeitY को स्व-नियामक निकायों (SRBs) की नियुक्ति करनी होगी, ताकि ये ऑनलाइन गेम्स की जांच कर सकें और यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे नियमों के अनुसार हैं। नियम 4A के अनुसार, इन प्रावधानों को लागू करने के लिए कम से कम तीन SRBs की नियुक्ति की जानी चाहिए। लेकिन अब तक कोई SRBs नियुक्त नहीं किए गए हैं, जिसके कारण ऑनलाइन गेमिंग नियमों को लागू करना संभव नहीं हो सका है।

आधार का अनिवार्यता पर मंत्रालय का बयान

मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि आधार आधारित प्रमाणीकरण केवल संसद द्वारा बनाए गए कानून के तहत अनिवार्य किया जा सकता है, जैसा कि आधार अधिनियम, 2016 के खंड 4 के उपधारा 7 में कहा गया है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि ऑनलाइन गेमिंग सेवा प्रदाता आधार आधारित प्रमाणीकरण का उपयोग स्वैच्छिक रूप से कर सकते हैं, बशर्ते उनका आवेदन 2025 में संशोधित आधार प्रमाणीकरण नियमों के अनुसार राज्य के हित में हो।

ऑनलाइन गेमिंग को लेकर केंद्रीय सरकार का दृष्टिकोण

केंद्र सरकार ने ऑनलाइन गेमिंग उद्योग के नियमन की आवश्यकता पर जोर दिया है, खासकर बच्चों की सुरक्षा और लत से बचाव के संदर्भ में। MeitY का यह बयान इस बात को उजागर करता है कि स्व-नियामक ढांचे की कमी के कारण इन नियमों को लागू करने में जो चुनौतियां उत्पन्न हो रही हैं, उनके कारण तमिलनाडु सरकार के कदमों ने इस मुद्दे पर व्यापक बहस शुरू कर दी है।

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