ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: आचार्य चाणक्य को भारत के महान ज्ञानियों और विद्वानों में से एक माना गया है इनकी नीतियां दुनियाभर में प्रसिद्ध है जिसे चाणक्य नीति के नाम से जाना जाता है आचार्य चाणक्य ने मानव जीवन से जुड़े हर पहलु पर अपनी नीतियों का निर्माण किया है जिसका अनुसरण करने वाला मनुष्य सफलता, सुख और सम्मान हासिल करता है
चाणक्य ने अपनी नीतियों में एक ऐसे काम का जिक्र किया है जिसे महापाप की श्रेष्ठ में रखा गया है और इस कार्य को करने वालों को भगवान कभी भी माफ नहीं करते हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा इसी कार्य के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
महापाप होता है ऐसा काम—
चाणक्य नीति अनुसार व्यक्ति के शब्द बहुत महत्वपूर्ण होते हैं शब्द ही ऐसी चीज़ है जो बिना हथियार के ही दूसरों को घायल कर सकते है। इसलिए चाणक्य कहते हैं जो लोग ईश्वर स्वरूप माता पिता को अपशब्द बोलकर उनका अपमान करते हैं ऐसे लोगों को भगवान कभी माफ नहीं करते है यह ऐसी गलती है जो महापाप की श्रेष्ठी में आती है।
माता पिता को अपशब्द कहने वाले लोगों को हर ओर से कष्ट उठाना पड़ता है ऐसे लोगों को माता पिता भले ही माफ कर दें लेकिन ईश्वर इन्हें कभी माफ नहीं करता है। माता पिता को अपशब्द कहना ही जीवन में सबसे बड़ा महापाप है। चाणक्य की मानें तो जो लोग माता पिता का दुख तोड़ते हैं उन्हें भला बुरा कहते हैं ऐसे लोगों को ईश्वर कभी क्षमा नहीं करता है बल्कि इन्हें कष्ट उठाना पड़ता है।