कई बार लोग इतनी शराब का सेवन कर लेते हैं कि उन्हें अपने आसपास का होश नहीं रहता। सुबह उठने पर हैंगओवर के कारण सिरदर्द और चिंता का सामना करना पड़ता है। जब ये दोनों समस्याएं एक साथ होती हैं, तो इसे 'हैंग्जायटी' कहा जाता है।
हैंग्जायटी तब होती है जब शराब पीने के बाद सिरदर्द और चिंता का अनुभव होता है। हैंगओवर के लक्षणों में उबकाई, डिहाइड्रेशन और सिरदर्द शामिल हैं, जबकि चिंता के लक्षणों में अपराधबोध, शर्मिंदगी, घबराहट और पछतावा शामिल होते हैं। कई लोग सुबह उठकर सोचते हैं कि कहीं उन्होंने नशे में कुछ ऐसा तो नहीं कर दिया, जो उन्हें नहीं करना चाहिए था।
जब आप अत्यधिक शराब का सेवन करते हैं, तो आपके शरीर में कुछ रासायनिक प्रतिक्रियाएं होती हैं। शराब तीन प्रमुख न्यूरोट्रांसमिटर्स - डोपामाइन, गाबा और ग्लूटामेट पर प्रभाव डालती है। शराब के प्रभाव कम होने पर, शरीर में रासायनिक संतुलन सामान्य हो जाता है, जिससे चिंता बढ़ जाती है।
हर व्यक्ति को हैंगओवर के बाद हैंग्जायटी का अनुभव नहीं होता। जो लोग अधिक चिंतित रहते हैं या एंटीडिप्रेसेंट दवाएं लेते हैं, उनमें यह समस्या अधिक हो सकती है।
शराब का सेवन सीमित मात्रा में करें। इसके अलावा, यह समझना जरूरी है कि आप शराब क्यों पीते हैं, जैसे सामाजिक दबाव या चिंता। यदि आपको पहले से ही चिंता महसूस हो रही है, तो खुद को हाइड्रेट रखें और अधिक पानी पिएं। शांत करने वाली एक्सरसाइज करें, गहरी सांस लें, या किसी दोस्त से बात करें। यदि फिर भी लक्षण नियंत्रण में नहीं आ रहे हैं, तो मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से संपर्क करें।