राजस्थान के भरतपुर जिले के थाने में एक महिला ने अपनी बेटी के साथ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है। नाबालिग 11 साल की है और छठी कक्षा में पढ़ती है। महिला का आरोप है कि मेरे जेठ के बेटे ने मेरी नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म किया है। रिपोर्ट में यह भी आरोप लगाया गया है कि उसके माता-पिता और दादा-दादी को भी इस बारे में पता था। इसके बावजूद वे युवक को बढ़ावा देते रहे। नाबालिग की मां ने एफआईआर में बताया है कि मेरी बेटी छठी कक्षा में पढ़ती है। मेरा जेठ अपने परिवार के साथ जयपुर में रहता है।
जब भी मेरे जेठ का बेटा जयपुर से भरतपुर आता है तो मेरी बेटी के साथ जबरदस्ती करता है। इस बारे में मेरे जेठ, जेठानी और सास को पता है। वह मेरी बेटी को डरा-धमकाकर दुष्कर्म करता रहा है, जब मुझे इस बारे में पता चला तो मैंने अपने जेठ, जेठानी और ससुर को बताया। देवर और भाभी पर भी आरोपआरोप है कि इसके बाद उन्होंने मुझे अपमानित किया और देवर और भाभी अपने बेटे को बढ़ावा देते रहे। वह मेरी बेटी के साथ बार-बार दुष्कर्म करता रहा। मेरी बेटी के शरीर पर काटने के निशान भी हैं। आरोप है कि देवर के बेटे ने 11 मार्च को उसके साथ दुष्कर्म किया। रिपोर्ट दिव्यांग महिला शिक्षिका ने दर्ज कराई है।
लड़की को गोद लिया
जानकारी के अनुसार दिव्यांग शिक्षिका के कोई संतान नहीं थी। इस पर महिला शिक्षिका ने समाज कल्याण विभाग से एक लड़की को गोद लिया था। महिला अपनी दत्तक पुत्री के साथ रह रही थी। देवर और बच्चे भी यहां आते रहते हैं। महिला शिक्षिका का कोई भाई नहीं था। ऐसे में माता-पिता की संपत्ति भी महिला को विरासत में मिली। महिला ने उस संपत्ति को बेचकर उसके पैसे देवर को दे दिए। इसके बाद उसने जयपुर में मकान बनवा लिया।