बॉलीवुड के जाने-माने फिल्म निर्देशक सनोज मिश्रा एक बार फिर चर्चा में हैं, लेकिन इस बार यह किसी फिल्म के कारण नहीं, बल्कि तिहाड़ जेल से आई एक गंभीर शिकायत के चलते। 'द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल' जैसी फिल्मों के निर्देशक, मिश्रा वर्तमान में यौन शोषण के आरोप में जेल में बंद हैं। उन्होंने हाल ही में दावा किया है कि उनकी जान को खतरा है और उनसे पैसे वसूले जा रहे हैं।
यह मामला 2021 का है, जब झांसी की एक युवती ने मिश्रा पर गंभीर आरोप लगाए थे। पीड़िता का कहना है कि सोशल मीडिया पर बातचीत के बाद, मिश्रा ने उसे आत्महत्या की धमकी देकर मिलने के लिए मजबूर किया और फिर दिल्ली के एक रिसॉर्ट में नशीला खाना खिलाकर उसका यौन शोषण किया। जब यह मामला अदालत में पहुंचा, तो दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेज दिया। दिल्ली उच्च न्यायालय ने उनकी जमानत याचिका भी खारिज कर दी।
अब स्थिति और गंभीर हो गई है। मिश्रा के वकील एपी सिंह ने तिहाड़ जेल के डीजी और दिल्ली के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि जेल में आपराधिक तत्वों का एक नेटवर्क सक्रिय है, जो मिश्रा पर दबाव बना रहा है। उन पर हर सप्ताह एक निश्चित राशि वसूलने का दबाव डाला जा रहा है, और रकम न देने पर जान से मारने की धमकी दी जा रही है।
इस मामले के उजागर होने के बाद तिहाड़ जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल उठ खड़े हुए हैं। वकील एपी सिंह का कहना है कि जेल प्रशासन की लापरवाही के कारण अपराधी खुलकर अपनी मनमानी कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि इस मामले में जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो किसी भी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।
मिश्रा के वकील ने जेल प्रशासन से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करने और उन कैदियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है, जो मिश्रा पर दबाव बना रहे हैं। इसके साथ ही, उन्होंने मिश्रा को सुरक्षा प्रदान करने की भी मांग की है ताकि भविष्य में उन्हें कोई नुकसान न पहुंचे।
फिलहाल, इस पूरे मामले पर जेल प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन यह मामला अब मीडिया में गरमा गया है और सोशल मीडिया पर भी चर्चा तेज हो गई है। देखना होगा कि आने वाले दिनों में जेल प्रशासन और दिल्ली सरकार इस पर क्या कदम उठाती है। मिश्रा के आरोपों ने तिहाड़ जैसी उच्च सुरक्षा वाली जेलों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिसका जवाब अब प्रशासन को देना होगा।