By Jitendra Jangid- दोस्तो प्राचीन काल से ही लोग अपने बच्चों के कान छिदवाते हैं, खासकर गर्मी के दिनों में, इस मौसम में कान छिदवाना सुरक्षित रहता हैं, कान सूखें रहते हैं और इंन्फेक्शन होने का खतरा नहीं होता हैं। कान छिदवाना एक रोमांचक मील का पत्थर हो सकता है, लेकिन इसके साथ कुछ देखभाल की ज़रूरतें भी होती हैं। आइए जानते हैं इन खास बातों के बारे में-
1. साफ़-सफ़ाई ज़रूरी है
छेदन से पहले और बाद में, किसी भी संक्रमण से बचने के लिए कान छिदवाने वाले हिस्से को साफ रखना सुनिश्चित करें। छिदे हुए हिस्से को हल्के साबुन और पानी से धीरे-धीरे साफ़ करें।
2. निष्फल उपकरण
सुनिश्चित करें कि कान छिदवाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण ठीक से निष्फल हों।
3. पेशेवर मदद लें
पेशेवर से ही कान छिदवाना ज़रूरी है। प्रक्रिया सही और सुरक्षित तरीके से हो, यह सुनिश्चित करने के लिए किसी अनुभवी पियर्सर या डॉक्टर से सलाह लें।
4. हल्के और आरामदायक इयररिंग चुनें
ऐसे इयररिंग चुनें जो हल्के और बच्चों के लिए आरामदायक हों। इससे जलन को रोकने में मदद मिलेगी और यह सुनिश्चित होगा कि वे आराम से अपनी जगह पर रहें।
5. एंटीसेप्टिक का उपयोग
छेदन के बाद, क्षेत्र को साफ रखने और उपचार को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए एंटीसेप्टिक क्रीम या लोशन लगाएं।
6. धूप से सुरक्षा
प्रक्रिया के बाद कुछ हफ्तों तक छिदे हुए कानों को सीधे धूप में न रखें। सूरज के संपर्क में आने से छेदन में जलन हो सकती है और उपचार प्रक्रिया में देरी हो सकती है।
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