नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज कहा कि विदेश में अध्ययनरत भारतीय छात्र भारतीय मूल्यों और संस्कृति के दूत हैं। हजारों मील दूर रहने के बावजूद ये छात्र भारतीय मूल्यों से जुड़े हुए हैं और इनका प्रचार-प्रसार अपने मेजबान देशों में भी करते हैं। बिरला ने ये टिप्पणियां उज्बेकिस्तान की चार दिवसीय यात्रा के दौरान समरकंद मेडिकल यूनिवर्सिटी में भारतीय छात्रों के साथ बातचीत के दौरान कीं। बिरला इस समय अंतर संसदीय संघ (आईपीयू) की 150वीं सभा में भारतीय संसदीय शिष्टमंडल (आईपीडी) का नेतृत्व कर रहे हैं। बिरला ने छात्रों को बताया कि भारत दुनिया के हर कोने में रह रहे भारतीयों की बराबर चिंता है।
उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि भारत प्रवासी भारतीय छात्रों की सहायता और सहयोग के लिए तत्पर है। ‘मदद’ पोर्टल जैसी पहलों और विदेशों में स्थित भारतीय दूतावासों की सक्रिय भागीदारी के माध्यम से सरकार यह सुनिश्चित करती है कि भारतीय छात्रों को उनकी शिक्षा, सुरक्षा और करियर की संभावनाओं में कोई बाधा न आए। उन्होंने गर्व के साथ कहा कि भारतीय डॉक्टरों की वैश्विक पहचान है और आपको इस परंपरा को आगे बढ़ाना चाहिए। उज्बेकिस्तान यात्रा के दौरान ओम बिरला ने सोमवार को प्रवासी भारतीयों के साथ भी बातचीत की। बिरला ने कहा कि भारतीय समुदाय के लोगों के प्रयासों से भारत की वैश्विक पहचान को सशक्त करने में मदद मिली है।
बिरला ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और उज्बेकिस्तान के संबंध आधिकारिक यात्राओं और दस्तावेजों तक ही सीमित नहीं, बल्कि आपसी संपर्क, मेलजोल, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और दोनों देशों के लोगों के बीच परस्पर सम्मान पर भी टिके हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारत और उज्बेकिस्तान के ऐतिहासिक संबंधों को सुदृढ़ करने में प्रवासी भारतीयों की भूमिका महत्वपूर्ण रही है क्योंकि उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से दोनों देशों के विकास में योगदान दिया है।
भाषा, खान-पान, परंपराएं और सांस्कृतिक आदान-प्रदान इन मजबूत संबंधों की नींव हैं। विज्ञान, स्वास्थ्य, शिक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत और उज्बेकिस्तान के बीच बढ़ती साझेदारी दोनों देशों की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण सिद्ध हो रही है। ताशकंद में अंतर-संसदीय संघ की 150वीं सभा के अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने जॉर्जिया की संसद के चेयरमैन शाल्वा पापुआश्विली से मुलाकात की। इस अवसर पर बिरला ने संसदीय राजनय को मजबूत करने तथा व्यापार, पर्यटन और नवाचार में सहयोग बढ़ाने पर अपने विचार साझा किए।